अभिषेक बच्चन आगरा जेल पहुंचे अपनी फिल्म दसवीं की स्क्रीनिंग के लिए.
अभिषेक बच्चन आगरा जेल पहुंचे अपनी फिल्म दसवीं की स्क्रीनिंग के लिए, उनके साथ यामी गौतम, निमृत कौर ,डायरेक्टर तुषार जलोटा भी मौजूद थे.अब आप सोचेंगे कि आखिर फिल्म दसवीं की स्क्रीनिंग आगरा जेल में क्यों हो रही है.आज तक कभी ऐसा नहीं सुना गया कि किसी फिल्म की स्क्रीनिंग किसी जेल में हो रही हो.
लेकिन यह अभिषेक का वादा था जिसकी वजह से उनकी फिल्म की स्क्रीनिंग जेल में हो रही है. अभिषेक की फिल्म दसवीं जिसमें अभिषेक के साथ यामी गौतम और निमृत कौर हैं. फिल्म काफी हंसी मजाक से भरी हुई है. अभिषेक का मानना है कि दिल को छूती कहानी है जो हंसआएगी भी और रुलाएगी भी.
दसवीं की शूटिंग 1 साल पहले आगरा जेल में हुई थी, जहां पर अभिषेक बच्चन ने वहां मौजूद कैदियों से वादा किया था कि वह अपनी फिल्म सबसे पहले उन लोगों को ही दिखाएंगे और अभिषेक ने 1 साल के बाद अपना किया वह वादा पूरा किया.
यह पहली बार हुआ है कि किसी फिल्म की स्क्रीनिंग रिलीज से पहले ही किसी जेल में की गई हो वहां के कैदियों के लिए .इसके लिए यूपी गवर्नमेंट से परमिशन ली गई थी उसी के बाद यह संभव हो सका. 7 अप्रैल को नेटफ्लिक्स पर दिखाई जाएगी और अभी तक इस फिल्म की कोई और स्क्रीनिंग नहीं रखी गई है, यानी कि अभिषेक ने ना तो मीडिया को यह फिल्म दिखाइए और ना ही अपने करीबियों को.. सबसे पहले स्क्रीनिंग उन्होंने आगरा जेल में बंद कैदियों के लिए रखी है.
यामी गौतम और अभिषेक जब जेल पहुंचे तो उन्हें अपने यहां बिताए हुए शूटिंग के दिन याद आ रहे थे वह सारे spots जहां पर उन्होंने शूटिंग की थी.
आमिर खान के नक्शे कदम पर.
आमिर खान के नक्शे कदम पर कहा जाएगा अभिषेक बच्चन को क्योंकि आमिर खान ने भी अपनी फिल्म लगान सबसे पहले कच्छ के पास जिस गांव में शूटिंग की थी वहां के गांव वालों के लिए रखी थी.. साथ उनसे आमिर ने भी वादा किया था कि फिल्म जब कंप्लीट हो जाएगी तो सबसे पहले स्क्रीनिंग उन गांव वालों के लिए ही रखेंगे वह भी उन्हीं के गांव में आकर और आमिर ने ऐसा ही किया था अपनी फिल्म लगान को सबसे पहले गांव वालों को ही दिखाया था.
गांव वाले तो आमिर का किया हुआ वादा भूल चुके थे लेकिन आमिर को अपना गांव वालों से किया वादा याद था और उनके वादे पर फिल्म देखने के बाद गांव वाले बहुत रोए थे.