Trupti Khamkar के साथ बड़ा अन्याय हुआ
Trupti Khamkar के साथ बड़ा अन्याय हुआ फिल्म CREW के सेट पर तृप्ति खेमकर के साथ जो हुआ उसने बॉलीवुड की पोल खोल कर रख दी कि कैसे बड़े सितारों के सामने कैरक्टर आर्टिस्ट को एक्सप्लोइट किया जाता है/ किस तरह से बड़े आर्टिस्ट को तवज्जे दी जाती है और कैरेक्टर आर्टिस्ट को किसी धूल से काम नहीं समझा जाता लेकिन कैरेक्टर आर्टिस्ट करें भी तो क्या करें क्योंकि उनके लिए तो जीना यहां और मरना यहां वाली बात होती है/
ऐसे ही कुछ हुआ Trupti Khamkar के साथ भी जब वह शूट कर रही थी फिल्म crew कि जिसमें उनके साथ तब्बू, करीना कपूर और कृति सनों जैसे सितारे मेंन लीड में थे/ ऐसे में तृप्ति का मानना है कि भला उनको कौन और क्यों भाव देता/
8 घंटे का काम सिर्फ आधे घंटे में खत्म करने को कहा जाता था/ दिन भर सेट पर अपनी लाइन बोलनी पड़ती थी तब्बू ,करीना और कृति सनोन के सामने और जब उनकी बारी आती थी तो उनको सिर्फ 30 मिनट का टाइम मिलता था यानी कि सिर्फ आधा घंटा मिलता था अपने 8 घंटे के काम को इन 30 मिनट में समेटने का/ जो की किसी भी जुल्म से कम नहीं था/
थिएटर आर्टिस्ट है Trupti Khamkar और इसका वह शुक्र अदा करती हैं कि वह थिएटर की आर्टिस्ट है
पूरी तरह से एक्टिंग में रमी हुई है /उनका मानना है कि उनकी जगह अगर कोई और कैरक्टर आर्टिस्ट होता तो वह रो पड़ता क्योंकि 8 घंटे का काम 30 मिनट में समेटना जल्दी किसी के बस की बात नहीं है/
जैसे ही बड़े आर्टिस्ट का packup होता था यानी कि तब्बू, करीना और कृति सनोन का packup होता था उसके बाद Trupti Khamkar का काम शुरू होता था/ डायरेक्टर तृप्ति को बोलते थे तुम्हारे जितने भी inter cut scene है उन्हें तुम्हें सिर्फ आधे घंटे के अंदर कंप्लीट करना है और वह भी पूरे एक्सप्रेशन के साथ और साथ ही साथ तृप्ति को फ्रेश भी दिखना होता है था /जबकि वह ऑलरेडी दिनभर उन्हीं scene को prompt करती आई है तब्बू, करीना और कृति सनों को/
तब्बू करीना और कृति ने कभी भी उन्हें छोटा नहीं समझा
आमतौर पर यह देखा गया है कि बड़े सितारे अपने सामने कैरेक्टर आर्टिस्ट को बहुत अहमियत नहीं देते लेकिन तृप्ति खेमकर के साथ ऐसा नहीं था /उनका कहना है कि उनके काम को तब्बू करीना और कृति सब सरहते थे /उन्हें कभी भी यह महसूस नहीं होने दिया कि वह एक कैरेक्टर आर्टिस्ट हैं और वह इतने बड़े सितारे हैं/
हां वह बात अलग है कि जितना बड़ा सितारा होता है उसके उतने ही झमेले होते हैं क्योंकि उसके साथ बड़ा स्टाफ चल रहा होता है/ कोई बाल बना रहा होता है/ कोई मेकअप ठीक कर रहा होता है /कोई चेहरे की झुर्रियां हटा रहा होता है/
पहली बार trupti khamkar को दिलजीत दोसांझ के साथ काम करने का मौका मिला और उनका कहना है कि दिलजीत दोसांझ किसी भगवान से काम नहीं है/ बहुत ही शानदार इंसान है/ बहुत हेल्पफुल हैं और जिस तरह से मंदिर में भगवान होता है ठीक उसी तरह से दिलजीत दोसांझ की इमेज है उनकी निगाह में/
दिलजीत दोसांझ ने धीरे-धीरे हर जगह अपना मुकाम बना लिया है/ यहां तक की शाहरुख खान की नजर में भी दिलजीत दोसांझ आज की तारीख के सबसे अच्छे एक्टर हैं /शाहरुख खान ने यह बात खुद कहि कि दिलजीत दोसांझ आज की तारीख का सबसे अच्छा एक्टर है/ दिलजीत दोसांझ को बहुत सारे कंप्लीमेंट मिलते हैं लेकिन शाहरुख की तरफ से मिला हुआ यह कंप्लीमेंट दिलजीत दोसांझ के लिए किसी ब्लेसिंग से काम नहीं है/