गोविंदा चार सुपरहिट फिल्म छोड़कर पछताते हैं अपने डिसीजन को गलत मानते हैं
गोविंदा चार सुपरहिट फिल्म छोड़कर पछताते हैं अपने डिसीजन को गलत मानते हैं |अंदाजा नहीं था जिन फिल्मों को छोड़ रहे हैं वह इतिहास रचने वाली हैं|
बॉलीवुड में हमेशा ही ऐसा होता आया है जब एक एक्टर किसी फिल्म को रिजेक्ट करता है और दूसरा एक्टर उस फिल्म को करता है और वह फिल्म सुपर डुपर हिट हो जाती है तो उस पर उसको पछतावा होता है कि आखिर उसने क्यों ऐसी फिल्म को ठुकरा दिया|
एक्टर गोविंदा के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ बल्कि एक बार नहीं चार -चार बार गोविंदा ने अपने जीवन में चार सुपर हिट फिल्म को ठुकराया है| जिसका बाद में उन्हें पछतावा भी हुआ कि कैसे चूक गए सुपरहिट फिल्मों को पहचानने से|
सबसे पहले गोविंदा ने यशराज बैनर की फिल्म चांदनी को ठुकरा दिया था| इस फिल्म में उन्हें ऋषि कपूर का किरदार ऑफर हुआ था |जो किरदार ऋषि कपूर ने निभाया था फिल्म चांदनी में वह किरदार यश चोपड़ा ने सबसे पहले गोविंदा को ऑफर किया था लेकिन गोविंदा ने जब स्क्रिप्ट में सुना की वह किरदार अपाहिज हो जाता है तो यह सुनकर गोविंदा ने मना कर दिया क्योंकि उनका कहना था कि वह सोच भी नहीं सकते थे कि गोविंदा वह भी अपाहिज| इस वजह से उन्होंने उस यादगार किरदार को करने से मना कर दिया|
गोविंदा को अंदाजा था की फिल्म का म्यूजिक जबरदस्त है उन्होंने यह कहा भी था कि फिल्म म्यूजिक की वजह से चल सकती है लेकिन उन्हें यह अंदाजा नहीं था कि म्यूजिक के साथ साथ फिल्म की कहानी भी दर्शकों के दिमाग पर छा जाएगी|
गोविंदा ने संजय लीला भंसाली की देवदास को भी ठुकराया था
फिल्म देवदास संजय लीला भंसाली ने गोविंदा को ऑफर की थी उस वक्त गोविंदा का सितारा आसमान में तेजी से चमक रहा था ऐसे में गोविंदा ने संजय लीला भंसाली को तकरीबन डांट दिया था कि वह ऐसा सोच भी कैसे सकते हैं कि वह चुन्नीलाल का किरदार निभाएंगे वह भी सेकंड लीड नहीं बल्कि एक कैरेक्टर है फिल्म में|
गोविंदा ने संजय लीला भंसाली से कहा की माना आप अच्छे हैं और फेमस डायरेक्टर हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मैं आप का दिया हुआ कोई भी किरदार एक्सेप्ट कर लूंगा|गोविंदा ने संजय लीला भंसाली के सामने एक शर्त रख दी थी चुन्नीलाल का किरदार निभाने के लिए अगर खुद शाहरुख खान उनको फोन करके उस किरदार को करने के लिए कहेंगे तो वह दोस्ती के खातिर वह किरदार कर लेंगे|
यहां भी गोविंदा चूक गए क्योंकि जो किरदार जैकी श्रॉफ ने निभाया था चुन्नीलाल का वह पूरी तरह से अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहा फिल्म मैं|
गोविंदा मानते हैं कि वह उस वक्त सोलो हीरो फिल्म कर रहे थे और वह सब फिल्में हिट हो रही थी ऐसे में वह सेकेंड् लीड सोच भी नहीं सकते थे इसीलिए उन्होंने चुन्नीलाल का किरदार करने से साफ मना कर दिया |
गोविंदा को सुपरहिट फिल्म ताल सुभाष घई ने ऑफर की थी
आपको सुनकर हैरानी होगी की गोविंदा ने फिल्म ताल को मना करने के पीछे जो 2 वजह बताई थी उनमें एक तो उन्होंने सुभाष जी से कहा कि फिल्म का नाम बदल दीजिए| मतलब गोविंदा को फिल्म का नाम ही पसंद नहीं आ रहा था और दूसरी बड़ी वजह थी कि जो किरदार अनिल कपूर ने ने निभाया था वह गोविंदा को एक बार फिर सेकंड लीड लग रहा था| गोविंदा चाहते थे की आखरी में हीरोइन यानी कि ऐश्वर्या राय अक्षय खन्ना के कैरेक्टर के बजाय उनके कैरेक्टर को मिले|
सुभाष भाई गोविंदा को अनिल कपूर के किरदार मैं लेने के लिए बहुत ज्यादा इंटरेस्टेड थे क्योंकि वह किरदार डांस का बेहतरीन ज्ञानी था और डांस के मामले में गोविंदा का कोई सानी नहीं था|
चौथी फिल्म गोविंदा ने जो छोड़ी वह थी ग़दर
अनिल शर्मा ने गदर डायरेक्ट को किया था और गदर अनिल शर्मा ने सनी देओल से पहले गोविंदा को ऑफर की थी |
लेकिन गोविंदा ने इस फिल्म को भी करने से इंकार कर दिया था| इस फिल्म में तो कोई सेकंड लीड नहीं थी बावजूद इसके गोविंदा नेफिल्म को करने से क्यों इंकार कर दिया था इसके पीछे जो वजह गोविंदा ने बताई वह थी फिल्म में गालियां|
जब अनिलशर्मा ने गोविंदा को गदर की कहानी सुनाई तो उस वक्त फिल्म के अंदर गोविंदा के मुताबिक ढेर सारी गालियां थी जिसे हीरो को यानी कि उन्हें बोलनी थी फिल्म के अंदर|
इतनी सारी गालियां सुनने के बाद गोविंदा ने तो अपने कानों को हाथ लगा लिया कि वह फिल्म के अंदर गालियां नहीं बोल सकते| जबकि फिल्म जब रिलीज हुई तो उसमें सनी देओल तो कहीं पर भी गालियां देते नजर नहीं आए| यानी कि बाद में सनी देओल ने भी अनिल शर्मा से कहकर गालियों के सीन हटा दिए होंगे या फिर डायलॉग्स में बदलाव करा दिया होगा |ऐसा गोविंदा भी कर सकते थे लेकिन गोविंदा ने गदर को करने के लिए एक सिरे से मना कर दिया था|
फिल्म गदर आज भी मील का पत्थर है |आज की भी हर मौके पर ग़दर को याद किया जाता है और सनी देओल की जिंदगी में एक अहम फिल्म के तौर पर गिना जाता है|