फिल्म RRR रिव्यू आइए देखते हैं फिल्म में कितना है दम .
फिल्म RRR रिव्यू फिल्म की चर्चाएं तो बहुत थी रिलीज से पहले और जिस तरह से उसका प्रमोशन हुआ खास तौर से word-of-mouth से तो फिल्म को ओपनिंग लगना लाजमी है.
कहानी की बात करते हैं.
फिल्म की कहानी आजादी से पहले की है, जैसे कि ट्रेलर में देख सकते थे. ऐसा लगता था मानो कोईआजादी की अनसुनी कहानी होगी लेकिन एक फिक्शनल कहानी है. कैसे एक छोटे से tribe की एक बच्ची को ब्रिटिश ऑफिसर की वाइफ अपने साथ ले जाती है उसकी कीमत अदा करके.. उस बच्ची को दिल्ली से उस ब्रिटिश ऑफिसर के महल से छुड़ाने की कहानी है.अब इस बच्ची को छुड़ाने में क्या-क्या होता है यह दिखाया गया है.
सिनेमैटोग्राफी की बात करते हैं.
इस फिल्म में cinematography जबरदस्त हैlarger than life बनाए गए हैं scene. फिल्म की taking राजामौली ने जबरदस्त की है, हर सीन अपने में कमाल है.
फिल्म का एक्शन
फिल्म मैं एक्शन भरपूर है कई जगह पर इस फिल्म का एक्शन सीटी बजाने पर मजबूर कर देता है. बहुत कमाल का एक्शन दिखाया गया है रामचरण और जूनियर एनटीआर के बीच का एक्शन फिल्म की जान है.
म्यूजिक की बात करते हैं
फिल्में मैं बहुत गाने नहीं है जबकि फिल्म 3 घंटे 6 मिनट की है, बावजूद इसके फिल्में बहुत ज्यादा गानों की जगह नहीं बन पाई. फिल्म में नाचो गाने पर जूनियर एनटीआर और रामचरण ने जो डांस किया है वह यकीनन एंटरटेन करता है.जितनी देर वह डांस करते हैं आप उसके डांस में खो जाते हैं.
फिल्म की खामियां.
अभी तक हमने आपको फिल्म की अच्छाइयां बताई लेकिन फिल्में खामियां भी बहुत हैं फिल्म की लेंथ बहुत ज्यादा है और यह बहुत जगह पर बहुत बोर करती है.फिल्म में रामचरण और जूनियर एनटीआर का किरदार अमर दिखाया है, जिन्हें कुछ नहीं हो सकता. वह दोनों अकेले हजारों की भीड़ से लड़ सकते हैं और वह हजारों की भीड़ उनका बाल भी बांका नहीं कर सकती.
किसी आयरन मैन की तरह ही इन दोनों को फिल्म में पेश किया गया है. जिनके ऊपर किसी भी चीज का कोई असर नहीं होता. भले इनके हाथ तोड़ दिए हो, पैर तोड़ दिए हो लेकिन फिर भी यह पूरी फिटनेस के साथ दौड़ते रहते हैं. लड़ते हैं और सैकड़ों लोगों को अकेले मार रहे होते हैं. इनके सामने गोली बंदूक सब फेल है.
इस तरह का एक्शन किसी illusion की तरह है. रियल लाइफ से कोई लेना-देना नहीं. साउथ की फिल्मों मैं इस तरह का एक्शन काफी पसंद किया जाता है लेकिन north की जनता यह सब बर्दाश्त नहीं कर पाएगी.इस फिल्म में अजय देवगन और आलिया भट्ट का बहुत छोटा किरदार है. अजय देवगन का किरदार तो फिर भी कुछ छाप छोड़ने में कामयाब होता है लेकिन आलिया भट्ट ने यह फिल्म क्यों की वही बेहतर जानती होंगी क्योंकि इस फिल्म में उनके लिए कुछ भी करने को नहीं था. आलिया भट्ट के एक्टिंग के सभी कायल हैं लेकिन इस फिल्म में उनका किरदार अपनी छाप छोड़ने में पूरी तरह नाकामयाब रहा.
फिल्म को देते हैं 2*( स्टार)
Reporter:Farah