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Napoleon Bonaparte Movie Review कैसी बनी है हॉलीवुड फिल्म

Napoleon Bonaparte Movie Review कैसी बनी है  हॉलीवुड फिल्म चलिए आपको बताते हैं

Napoleon Bonaparte Movie Review कैसी बनी है  हॉलीवुड फिल्म चलिए आपको बताते हैं आज अपने रिव्यू में हिस्ट्री में Napoleon Bonaparte के बारे में बहुत कुछ पढ़ाया गया है लेकिन सिर्फ पढ़ने से अंदाजा लगाना बड़ा मुश्किल होता है कि असल जिंदगी में सब कैसा था /Napoleon Bonaparte का जीवन उसी की जिंदगी पर आधारित फिल्म Napoleon रिलीज हुई इसके बारे में आज हम चर्चा करने वाले हैं/

सबसे पहले बात करते हैं फिल्म की कहानी की

नेपोलियन बोनापार्ट एक बहुत बड़ा नाम था जिसने हिस्ट्री में अपना नाम दर्ज कराया/ बड़े किंग में और बड़े वॉरियर में नेपोलियन बोनापार्ट का जिक्र होता है/ फिल्म की कहानी शुरू होती है फ्रांस में जिस तरह से british ने अपना कब्जा जमाया था वहां से शुरू होता है पूरा सिलसिला /जहां पर सरेआम लेडी की गर्दन उड़ा दी जाती है और फिर उसका बड़ा मजाक बनता है वहां के स्टेज प्ले में/

पहले scene में ही ऐसा लगता है कि फिल्म में बहुत दम होगा /कहानी 17th सेंचुरी के आखरी दौर में रखी गई है यहां पर नेपोलियन बोनापार्ट को शुरुआत में एक फ्रांस का एक सोल्जर दिखाया है /जो एक टुकड़ी को लीड कर रहा होता है और उसके दिमाग में चल रहा होता कि कैसे यहां से ब्रिटिश सोल्जर को भगाया जाए /

ऐसे में वह एक मंसूबाह तैयार करता है जिससे वह फ्रांस में मौजूद किले के अंदर ब्रिटिश सोल्जर्स को पूरी तरह तहस-नहस करता है और यह किला समुद्र के किनारे दिखाया गया है जहां पर ब्रिटिश सोल्जर्स की बड़ी-बड़ी शिप खड़ी है और उन शिप को भी तबाह कर देता है/ Napoleon Bonaparte के इस सक्सेसफुल मिशन को देखते हुए वहां के हुक्मरान उसका प्रमोशन कर देते हैं और वह देखते ही देखते हैं पूरी आर्मी का जनरल बना दिया जाता है/

बाद में वह अपनी ताकत दिखाते हुए और दिमाग का इस्तेमाल करते हुए फ्रांस का किंग बन जाता है

उसके बाद नेपोलियन बोनापार्ट के दिमाग में एक बात चल रही होती है कि उसे पूरी दुनिया जीतनी है इसके लिए वह हर तरफ तबाही मचाता है और अपना परचम लहराता हुआ आगे बढ़ता है/

बहुत बड़ा वॉरियर और किंग था नेपोलियन बोनापार्ट/ तकरीबन 58 साल की जिंदगी उसने जी जिसमें उसने बहुत कम उम्र में ही बहुत शोहरत हासिल कर ली थी /लोग उसके नाम से ही डरते थे /जिस मुल्क में भी अपना पैगाम भेजता था वह मुल्क अपने को सरेंडर कर देता था उसके सामने लेकिन 1815 battle of waterloo में Napoleon French Army और duke of wellington   and marshall blucher के बीच घमासान युद्ध हुआ था जिसमें नेपोलियन को करारी शिकस्त मिली थी इसके बाद उसे काले पानी की सजा हुई थी/ जिसमें वह तकरीबन 6 साल जिंदा रहा और 1821 में इस दुनिया को अलविदा कह गया/

 फिल्म का डायरेक्शन और स्क्रीन प्ले कमजोर है

Napoleon Bonaparte Movie Review: हिस्टोरिक फिल्म को बनाना आसान नहीं होता लेकिन नेपोलियन बोनापार्ट की जिंदगी पर आधारित फिल्म नेपोलियन में डायरेक्शन बहुत कमजोर है फिल्म को डायरेक्ट किया है RIDLEY SCOTT ने और इसकी कहानी लिखी है DAVID SCARPA ने/  ना तो डायरेक्टर ने फिल्म का डायरेक्शन अच्छा किया है और ना ही स्क्रीन प्ले में दम नजर आया/ स्क्रीनप्ले काफी ढीला नजर आ रहा था/ फिल्म के अंदर बहुत जर्क थे जिसकी वजह से 3 घंटे की लेंथ होने के बावजूद इस फिल्म में ठहराव नहीं आ रहा था/

Napoleon Bonaparte Film Review

जंग के मैदान में जंग को बीच में छोड़कर अचानक से ही Napoleon Bonaparte को अपनी बीवी के पास आते दिखाया जाता है /उसकी बीवी जो की Napoleon के अलावा भी दूसरों से साथ शारीरिक संबंध बनाती है और यह बात Napoleon Bonaparte को पता चल जाती है/ बावजूद इसके वह उससे शादी भी करता है और बाद में उसे निभाता भी है /

उसकी ख्वाहिश होती है कि उसे बेटा हो जिससे उसका खानदान आगे बढ़ सके लेकिन उसकी बीवी concieve नहीं कर पाती है जिसके चलते हैं नेपोलियन उसको 15 साल के बाद डाइवोर्स दे देता है लेकिन फिर भी उसको चाहता बहुत है और उससे मिलता रहता है /

इस बीच Napoleon Bonaparte की मां उसे एक 15 साल की लड़की के साथ सोने पर मजबूर करती है जिससे उसका वंशज आगे बढ़ सके और इस लड़की से उसको एक बेटा पैदा होता है जिसे वह अपनी बीवी को दे देता है जिससे उसकी डाइवोर्स हो चुकी होती है/

पूरी फिल्म में या तो Napoleon Bonaparte अपनी बीवी के पास होता है या फिर जंग के मैदान में लेकिन उसकी इस जिंदगी को एस्टेब्लिश करने में डायरेक्टर नाकाम था और स्क्रीनप्ले काफी ढीला था/ जिसकी वजह से समझना मुश्किल हो रहा था कि आखिर दिखाना क्या चाहते हैं/ कोई भी सीन ढंग से इस्टैबलिश्ड हो नहीं पा रहा था/ बहुत सारे जर्क नजर आ रहे थे जिसकी वजह से ऐसा लग रहा था की फिल्म स्मूथ नहीं चल रही/

सिनेमैटोग्राफी और स्पेशल इफेक्ट्स बहुत अच्छे दिए गए हैं

खासतौर से वार scenes में सिनेमैटोग्राफी का बहुत शानदार रोल रहा है /बहुत अच्छे अंदाज में पूरी फिल्म को शूट किया गया है /सिनेमैटोग्राफी बहुत कमाल की है/ वही एक ऐसा पार्ट था जो काबिले तारीफ था फिल्म का/

एक्टर joaquin phoenix ने नेपोलियन बोनापार्ट का किरदार निभाया है जो कि कहीं से भी कैरेक्टर में फिट नहीं बैठ रहे थे काफी aged नजर आ रहे थे शुरू से /जब नेपोलियन बोनापार्ट को यंग दिखाया गया है तब भी joaquin phoenix के चेहरे से उम्र झलक रही थी/उसकी एक्टिंग भी बहुत इंप्रेसिव नहीं लगी/ Napoleon Bonaparte के किरदार में जोकर पन् बहुत नजर आ रहा था/

ऐसा लगता है कि उस कैरेक्टर को लाइट मोड में दिखाने के लिए उसके कैरेक्टर के साथ छेड़छाड़ की गई है/ जब इतना बड़ा वॉरियर था तो जाहिर सी बात है कि उसके तेवर भी कड़े रहे होंगे लेकिन फिल्म में कई जगह पर नेपोलियन को जोकर के अंदाज में पेश किया गया/

काफी एक्साइटमेंट था Napoleon Bonaparte की जिंदगी को बड़े पर्दे पर देखने का लेकिन फिल्म इस लायक नहीं बनी की वह Napoleon Bonaparte की जिंदगी को ढंग से पेश कर सकती /

Napoleon Bonaparte Film Review

Napoleon Bonaparte के करैक्टर और उसकी जिंदगी को ढंग से सिल्वर स्क्रीन पर उतार नहीं सके डायरेक्टर और अपने रिव्यू में हम यह भी कहना चाहेंगे कि अगर यह फिल्म नेपोलियन बोनापार्ट के जमाने में बनी होती और उसने अगर यह फिल्म देखी होती है तो यकीनंन वह सब को सजा देता है जिन्होंने उसके ऊपर यह फिल्म बनाई/

3 घंटे की फिल्म बनाने के बावजूद कुछ भी एस्टेब्लिश करने में नाकाम रहे फिल्म मेकर/ इस फिल्म को देखना टाइम को पूरी तरह बर्बाद करना होगा और निराशा भी होगी कि नेपोलियन की जिंदगी को जिस ढंग से पेश किया गया वह कहीं से भी एक्सेप्टेबल नहीं है/ इस फिल्म को हम देते हैं 2*/