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राजीव खंडेलवाल कास्टिंग काउच के हुए थे शिकार

राजीव खंडेलवाल कास्टिंग काउच के हुए थे शिकार फिल्म के बदले मांगा था फेवर.

अभिनेता राजीव खंडेलवाल जो काफी कम फिल्में करते हैं उन्हें अपने शुरुआती दौर में कास्टिंग काउच का सामना करना पड़ा था.

राजीव बताते हैं कि जब उनकी फिल्म आमिर नहीं आई थी उससे पहले की बात है, जब वह फिल्मों के लिए काफी ट्राई कर रहे थे और तमाम डायरेक्टर और प्रोड्यूसर से मिल रहे थे ,तभी एक दिन एक बड़े प्रोडक्शन हाउस से उनको कॉल आई, उस प्रोडक्शन हाउस कि अपनी म्यूजिक कंपनी भी है उसी के ओनर से मुलाकात होनी थी. राजीव भी काफी ज्यादा एक्साइटेड थे की एक बड़े प्रोडक्शन हाउस से फिल्म के लिए ऑफर आई है .जब वह उस प्रोडक्शन हाउस के ऑफिस पहुंचे और उनकी मुलाकात उसके ओनर से हुई तो वह राजीव से स्क्रिप्ट पर बात करने के बजाए बंद शब्दों में कास्टिंग काउच की बात करता रहा. राजीव को हैरत हो रही थी कि एक आदमी दूसरे आदमी के साथ कास्टिंग काउच की बात कैसे कर सकता है.

काफी देर तक राजीव खंडेलवाल स्क्रिप्ट और फिल्म के ऊपर बात करने की कोशिश करते रहे लेकिन सामने से वह प्रोड्यूसर अपनी बातों में सिर्फ यही जाहिर करता रहा कि उसे क्या चाहिए, वह प्रड्यूसर राजीव खंडेलवाल से फिल्म के बदले फेवर चाह रहा था.

कुछ देर बाद राजीव खंडेलवाल को समझ आ गया की इस प्रोड्यूसर को सिर्फ उससे संबंध बनाने हैं, आखरी में तो उसने हद कर दी जब वह अश्लीलता पर उतर आया, इसके बाद राजीव खंडेलवाल उसको बड़े प्यार से टाटा बाय बाय कहते हुए उसके ऑफिस से निकल गए.

एक वक्त को तो राजीव ने सोचा कि इतना बड़ा प्रोड्यूसर है. फिल्म भी बड़ी है लेकिन दूसरे ही पल राजीव खंडेलवाल ने अपने को समझा लिया कि इस तरह से वह अपने जमीर को मार कर फिल्मों में काम नहीं करेंगे.

फिल्म आमिर से मिली बड़ी पहचान.

फिल्म आमिर से राजीव खंडेलवाल को एक बड़ी पहचान मिली फिल्म इंडस्ट्री में. फिल्में करने से पहले राजीव सीरियल भी कर चुके थे और छोटे पर्दे पर बहुत बड़ा नाम बन कर उभरे थे लेकिन जल्दी कुछ और बड़ा करने के सोच ने उन्हें छोटे पर्दे से दूर कर दिया. उन्होंने टीवी इंडस्ट्री को छोड़ने का फैसला किया और अपनी किस्मत फिल्मों में आजमाने के लिए लगा दी.

उनकी झोली में फिल्म आमिर एक बड़ी फिल्म साबित हुई.टेबल नंबर 21 को भी दर्शकों ने काफी प्यार दिया था. देख जाए तो राजीव खंडेलवाल ने तकरीबन 15 फिल्में की हैं लेकिन आज भी उनको फिल्म ”आमिर” के लिए ही सबसे ज्यादा याद किया जाता है.