इंडियन मीडिया को रूस की सलाह ,सही चेहरा पेश करें इंडियन पब्लिक के सामने.
इंडियन मीडिया को रूस की सलाह, कहा सही खबरें दिखाएं. यूक्रेन क्राइसिस पर इंडियन पब्लिक को जिससे उन्हें सही इंफॉर्मेशन पता चल सके.
रूस एंबेसी की तरफ से ट्वीट किया गया इंडियन मीडिया के लिए, जिसमें एंबेसी की तरह तरफ से लिखा गया और हिदायत दी गई इंडियन मीडिया को कि वह अपने चैनल पर रूस यूक्रेन युद्ध की सही तस्वीरें पेश करें जिससे इंडियन पब्लिक को यूक्रेन में हालातों की सही इंफॉर्मेशन इंडियन पब्लिक तक पहुंच सके..
जिस तरह से रूस यूक्रेन का युद्ध चल रहा है, वैसा ही युद्ध इंडियन न्यूज़ चैनल पर भी देखने मिल रहा है, एक दूसरे को हराने की होड़ में कुछ भी आंकड़े पेश कर रहे हैं, कुछ भी इंफॉर्मेशन शेयर कर रहे हैं, सोशल मीडिया पर बहुत सारे मीम इंडियन मीडिया पर चल रहे हैं, जिसमें कई जगह पुतिन की फोटो लगाकर लिखा जा रहा है कि यूक्रेन में हमने कितने बम गिराए और कितनी क्षति पहुंचाई और आगे हम क्या करने वाले हैं यह सब जानने के लिए हमें इंडियन मीडिया को देखना पड़ रहा है.
बड़े हमले की तैयारी में रूस
बड़े हमले की तैयारी में रूस नजर आ रहा है .सेटेलाइट के जरिए आई तस्वीरों से हुआ खुलासा जिसमें रूस का एक बड़ा सैनिकों का दल जो कि तकरीबन 64 किलोमीटर लंबा काफिला बताया जा रहा है वह यूक्रेन की राजधानी Kiev की तरफ बढ़ रहा है ,सेटेलाइट से तस्वीरों में इसका खुलासा हुआ है कि Kiev के उत्तर में रूस की सेना का करीब 64 किलोमीटर लंबा काफिला मौजूद है. जोकि Kiev की तरफ बढ़ रहा है. इससे जाहिर होता है कि रूस और भी बड़े हमले की तैयारी में अपने कदम बढ़ा रहा है.
UNGA बैठक में यूक्रेन ने कहा- हम नहीं बचे तो, नहीं बचेगा ”संयुक्त राष्ट्र” . इस पर रूस की तरफ से पटवार किया गया उन्होंने कहा कि हालातों के लिए यूक्रेन खुद जिम्मेदार है. महासचिव एंटोनियो गुटेरस (Antonio Guterres) ने कहा कि शांति ही यूक्रेन समस्या का समाधान है. डिप्लोमेटिक तरीके से संवाद कायम रखकर इस मुद्दे का समाधान निकाला जाना चाहिए.
यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई छठे दिन भी जारी है, इस बीच रूस ने 36 देशों की उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है.इस बीच FIFA और UEFA ने रूस को इंटरनेशनल फुटबॉल गेम में सस्पेंड कर दिया है.
रूस और यूक्रेन की लड़ाई में दूसरे मुल्क भी कूदते नजर आ रहे हैं,लातविया की संसद ने एक प्रस्ताव पारित कर कहा है अगर लातविया के आम नागरिक यूक्रेन में जाकर उसके समर्थन में जंग लड़ना चाहते हैं, तो वे ऐसा कर सकते हैं। इसके लिए लातविया ने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून में संशोधन किया है।
वही स्वीडन ने भी 83 साल की कसम तोड़ी .स्वीडन यूक्रेन की हेल्प के लिए आगे आया है
जिस तरह से रूस और यूक्रेन का युद्ध बड़ रहा है. विशेषज्ञों के मुताबिक यह दुनिया के लिए सही संदेश नहीं है क्योंकि रुक थर्ड वर्ल्ड वॉर की तरफ जा रहा है.