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शाहरुख खान एक्टर नहीं बनना चाहते थे

शाहरुख खान एक्टर नहीं बनना चाहते थे इत्तेफाक से एक्टिंग की दुनिया में आ गए

शाहरुख खान एक्टर नहीं बनना चाहते थे इत्तेफाक से एक्टिंग की दुनिया में आ गए और आज अपनी एक्टिंग के दम पर पूरी दुनिया में नाम कमा रहे हैं|

कहते है कि किस्मत में जो लिखा होता है इंसान ना चाहते हुए भी उस राह पर चल पड़ता है और ऐसा ही कुछ हुआ बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान के साथ भी जिन्होंने कभी सोचा नहीं था कि वह एक्टिंग की दुनिया में कदम रखेंगे| उनका पैशन एक्टिंग नहीं बल्कि कुछ और था लेकिन किस्मत में बेताज बादशाह बनना लिखा था एक्टिंग की दुनिया का तो वह एक्टिंग करने लगे|

फुटबॉल और क्रिकेट बहुत शानदार खेलते थे शाहरुख और उनका पूरा इरादा था कि अपना कैरियर वह स्पोर्ट्स में ही बनाएंगे जिसके लिए वह दिन रात मेहनत कर रहे थे लेकिन एक दिन अचानक से खेलते हुए शाहरुख को ऐसी चोट आई जिसकी वजह से उन्हें बेड रेस्ट करना पड़ा और डॉक्टर की सलाह पर उन्हें सपोर्ट से दूर रहने की हिदायत दी गई जिसके बाद शाहरुख की दुनिया ही बदल गई|

स्पोर्ट्स छूट चुका था और शाहरुख बताते हैं कि उनका दिल बड़ा बेचैन था कि अब क्या करेंगे| हरफनमौला शाहरुख दिल्ली में अक्सर थिएटर भी किया करते थे टाइम पास करने के लिए और ऐसे में उन्हें एक बड़ा सीरियल ऑफर हो गया जिसके बारे में उनको अंदाजा नहीं था कि वह जो सीरियल करने जा रहे हैं फौजी की शक्ल में वह उनकी दुनिया बदलने वाला है| उन्हें रातोंरात स्टार बनाने वाला है|

फौजी सीरियल मिलना एक इत्तेफाक था

फौजी सीरियल के निर्माता शाहरुख के घर के सामने रहते थे और जो किरदार शाहरुख ने फौजी में निभाया था वह किरदार उस निर्माता के बेटे को निभाना था| उनके बेटे ने दो-तीन दिन शूटिंग भी की लेकिन उसे मजा नहीं आया तो उसने एक्टिंग करने से मना कर दिया और ऐसे में उस सीरियल के निर्माता ने जो कि शाहरुख के पड़ोसी थे शाहरुख को वह रोल ऑफर कर दिया और शाहरुख ने भी बिना कुछ सोचे समझे वह रोल एक्सेप्ट कर लिया और  शुरू हुआ शाहरुख की जिंदगी का नया चैप्टर|

सीरियल फौजी के अभिमन्यु के किरदार को दर्शकों ने सर आंखों पर बिठाया और शाहरुख को रातों रात स्टार बना दिया|फौजी सीरियल देखने के बाद ही हेमा मालिनी ने शाहरुख खान को पहली फिल्म ऑफर की थी दिल आशना है

हेमा मालिनी का फोन पहुंचा था शाहरुख को दिल्ली में

शाहरुख बताते हैं कि एक दिन वह घर के बाहर थे और उनके घर की के फोन की घंटी बजी उन्होंने फोन उठाया तो सामने से हेमा मालिनी की सेक्रेटरी की आवाज आई की हेमा मालिनी बात करना चाहती हैं| शाहरुख को लगा कि कोई fan है जो हमसे मजाक कर रही है| शाहरुख ने जब फोन पर बात की तो उन्हें यह एहसास हुआ कि यह फोन हेमा मालिनी का ही| हेमा मालिनी ने उन्हें फोन पर ही अपनी फिल्म दिल आशना है ऑफर कर दी और इस तरह से शाहरुख खान का फिल्मी सफर शुरू हुआ दिल्ली में रहते हुए|

शाहरुख खान ने दिल आशना है पहले साइन की थी लेकिन  फिल्म दीवाना पहले रिलीज हुई जिसके लिए शाहरुख खान बहुत शुक्रगुजार थे ऊपर वाले का कि उनकी पहली फिल्म हिट साबित हुई क्योंकि दिल आशना है बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई थी |

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