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सोनू सूद हनुमान चालीसा लाउडस्पीकर विवाद पर पहली बार बोले

सोनू सूद हनुमान चालीसा लाउडस्पीकर विवाद पर पहली बार बोले दी अपनी प्रतिक्रिया.

सोनू सूद हनुमान चालीसा लाउडस्पीकर  विवाद पर पहली बार बोले.. दी अपनी प्रतिक्रिया.पुणे में एक इवेंट के दौरान सोनू सूद ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा विवाद पर.. वैसे सोनू सूद आमतौर पर कोई भी मसला होता है उस पर अपनी प्रतिक्रिया जरुर जाहिर करते हैं और देश में चल रहे लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा के विवाद पर भी सोनू सूद ने अपनी प्रतिक्रिया रखी.

लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा विवाद पर दुख जताते हुए सोनू सूद ने कहा कि, उन्हें काफी दुख होता है जब वह देखते हैं कि लोग एक दूसरे के खिलाफ खड़े हैं.. एक दूसरे के खिलाफ जहर उगल रहे हैं. देश का माहौल बिगड़ रहा है. जबकि पिछले ढाई साल हर किसी ने कोरोना वायरस के खिलाफ मिलकर जंग लड़ी है. सब एक दूसरे की मदद करते नजर आए कोरोना काल में.

आम इंसान ही नहीं बल्कि राजनीतिक दल भी जो कि अलग-अलग राय रखते हैं वह भी कोरोना के खिलाफ एक साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस जंग को लड़ते नजर आए थे..

हर किसी ने एक दूसरे की मदद की थी, जब ऑक्सीजन की जरूरत थी तो किसी ने यह नहीं देखा उसकी जाति और धर्म क्या है, सबने एक दूसरे का साथ दिया था.

भाईचारे का संदेश दिया

सोनू सूद ने सभी राजनीतिक पार्टियों से गुहार लगाते हुए कहा कि यह वक्त भारत को बेहतर बनाने का है, ना कि धर्म और जाति की सीमाओं में बंधने का ..इस वक्त हमें एकजुट होकर धर्म और जाति की सीमाओं से ऊपर उठना होगा और अगर हम धर्म के नाम पर लड़ना छोड़ते हैं तो लाउडस्पीकर विवाद अपने आप खत्म हो जाएगा और हर तरफ सिर्फ भाईचारा और मानवता की गूंज होगी.

मसीहा कहे जाते हैं

लॉकडाउन के दौरान जिस तरह से सोनू सूद ने सामने आकर खुले दिल के साथ लोगों की मदद की थी असहाय और असमर्थ लोगों को पूरी इज्जत के साथ उनके घर तक पहुंचाया था.. बसों का इंतजाम किया था.. जो यात्री बसों में सफर कर रहे थे, जो कि सोनू की तरफ से इंतजाम किया गया था, उन बसों में उन यात्रियों के लिए खाने और पानी का पूरा इंतजाम किया गया था.. देश के हजारों लोगों को उनके घर तक सही सलामत पहुंचाया था सोनू सूद ने लॉकडाउन के दौरान.

लॉकडाउन में जिस किसी ने भी सोनू से मदद मांगी बिना देर किए सोनू मदद के लिए खड़े दिखाई दिए.. मुंबई में नहीं बल्कि देश के किसी भी कोने से किसी ने भी मदद मांगी हो सोनू ने अपने  तरीके से मदद पहुंचाई.

इसी वजह से लोगों ने सोनू सूद को मसीहा का टैग दिया..