Subrata Roy Sahara Sri
Subrata Roy Sahara Sri जो कि अभी मुख्य अभिभावक थे सहारा इंडिया परिवार के जिन्हें सब प्यार से और सम्मान से सहारा श्री कहकर बुलाया करते थे/ सिर्फ सहारा के एम्पलाई ही नहीं बल्कि दूसरे लोग भी खास तौर से फिल्म इंडस्ट्री के लोग भी उनके बहुत करीब भी थे और उन्हें सब प्यार से और इज्जत के साथ सहारा श्री ही कह कर संबोधित करते थे/
वह फिल्म इंडस्ट्री जिसके लिए Subrata Roy Sahara Sri ने बहुत कुछ किया/ जो भी उनके दरबार पर पहुंचा उसको कभी खाली हाथ नहीं लौटाया/
वहीं दूसरी तरफ फिल्म इंडस्ट्री जिसके लिए हमेशा से मशहूर रहा है कि यह उगते सूरज को ही सलाम करती है और खासतौर से जब मतलब निकल जाए तो पहचानने से भी इंकार कर देती है/ यह कहावत बिल्कुल ठीक बैठी फिल्म इंडस्ट्री पर Subrata Roy Sahara Sri के मामले में भी/
जब उनके दुनिया से चले जाने के बाद उनको याद करने का वक्त आया तो फिल्म इंडस्ट्री ने किसी बेगाने की तरह ही अपना मुंह फेर लिया /यह वह लोग थे जो हर वक्त सहारा श्री, सहारा श्री करते नहीं थकते थे/ उनसे मुलाकात करने के लिए वक्त मांगा करते थे/ अपना दुखड़ा रोया करते थे उनके सामने और सामने से उन्हें हमेशा ही खुश किया गया/
Subrata Roy Sahara Sri के लिए दो बोल भी ना निकले
सूत्रों के मुताबिक सहारा इंडिया चैनल पर सुब्रत राय सहारा श्री के लिए एक डॉक्यूमेंट्री बनाई जा रही थी जिसके लिए फिल्म इंडस्ट्री के कुछ रिएक्शंस की जरूरत थी /जो सुब्रत राय सहारा श्री की शख्सियत के साथ गुजरा हुआ अपना एक्सपीरियंस शेयर कर सके/ इसके लिए अपने रिपोर्टर्स को कहा गया कि वह मुंबई में फिल्म इंडस्ट्री के लोगों से रिएक्शन लेकर भेजें/
सूत्र बताते हैं कि मुंबई के रिपोर्टर ने फिल्म इंडस्ट्री के कई लोगों को जो सुब्रत राय सहारा श्री के बहुत करीबी हुआ करते थे जब वह जिंदा थे उनको मैसेज किया /जिन में बोनी कपूर सोनू निगम रवीना टंडन हेमा मालिनी तुषार कपूर और सिंगर मिका सिंह के नाम शामिल थे/
बोनी कपूर जिनकी सुब्रत राय ने बड़ी मदद की थी जब उनके पास फंड की कमी हो गई थी और वह फिल्म बना रहे थे वांटेड सलमान खान को लेकर/ उस टाइम उन्होंने सहारा श्री का दरवाजा खटखटाया था तब उनको वहां से भरपूर मदद मिली थी/
सोनू निगम जिनको वैसे तो कोई सिक्योरिटी जरूरत नहीं थी बावजूद इसके सुब्रत राय सहारा श्री ने उनको सिक्योरिटी प्रदान कर रखी थी/
हेमा मालिनी से भी उनका रिश्ता काफी करीबी था/ सूत्रों के मुताबिक ईशा देओल की फिल्म को रिलीज करने के लिए भी फंड की जरूरत जब पड़ी थी तो हेमा मालिनी ने सहारा श्री का ही दरवाजा खटखटाया था और वहां से उनको भरपूर मदद मिली थी/
रवीना टंडन जोकी राखी बांधती थी सहारा श्री को और उनकी भी बहुत सारी यादें हैं लेकिन उनसे भी दो शब्द कहे नहीं गए सुब्रत राय सहारा श्री के लिए जब उनकी डॉक्युमेंट्री के लिए उनसे उनका एक्सपीरियंस मांगा गया/
ऐसे तमाम नाम है जिन्होंने सुब्रत राय के निधन पर भी उनका कोई शोक संदेश नहीं भेजा था जबकि उनसे कई बार कहा गया/
इसी को कहते हैं कि जब मतलब निकल गया तो पहचानते नहीं/ यह ऐसे तमाम नाम है जो जब सुब्रत राय सहारा श्री जिंदा थे तब उनसे भरपूर फायदा उठाने की कोशिश किया करते थे और उन्हें फायदा मिलता भी था क्योंकि उनकी शख्सियत ऐसी थी कि वह कभी भी किसी को भी निराश करके अपने दरबार से नहीं भेजते थे लेकिन उनके निधन के बाद अब उनकी याद में दो शब्द भी कहना इनको गवारा नहीं रहा/