एक था SHIKO जिसकी दर्द भरी दास्तान सुनकर कांप उठेगा दिल उसकी प्रेम कहानी एक तरफा थी
एक था SHIKO जिसकी दर्द भरी दास्तान सुनकर कांप उठेगा दिल| उसकी प्रेम कहानी एक तरफा थी लेकिन दोनों की रूह एक दूसरे से जुड़ी थी |एक जैसी मौत दोनों की किस्मत में लिखी थी| प्रेम कहानियां तो आपने बहुत सी सुनी होंगी कुछ सच्ची कुछ झूठी कोई मन गढ़त तो कोई सच्चा अफसाना| आज हम भी आपको एक ऐसी कहानी सुनाएंगे जो अधूरी प्रेम कहानी थी लेकिन उस अधूरी प्रेम कहानी को सुनने के बाद आपका दिल जरूर रो पड़ेगा|
कहानी SHIKO की है उसकी प्रेम कहानी जो अधूरी थी अधूरी रह गई| पहले उसकी चाहत ने दुनिया से अलविदा कहा फिर बाद में SHIKO भी दुनिया को अलविदा कह गया |दोनों का अंत एक जैसा था| बेदर्द अंत था दोनों की जिंदगी का |SHIKO की प्रेम कहानी एक तरफा थी लेकिन दोनों के निधन से पता चला कि दोनों की रूह एक दूसरे से मोहब्बत करती थी|
अपने वक्त का जबरदस्त एथलीट हुआ करता था शिको
शिको अपने वक्त का बहुत बड़ा एथलीट था उसके किस्से हर तरफ मशहूर थे |लखनऊ का रहने वाला था उसका घर लखनऊ के मेडिकल कॉलेज के पास था और वो दिन रात मेहनत करता था इंडिया को रिप्रेजेंट करने के लिए| बहुत शानदार एथलीट हुआ करता था रोज सुबह और शाम प्रैक्टिस करता था दौड़ने की| उसका मेन फोकस था मैराथन जिसके लिए वह लखनऊ से आसपास के इलाकों तक दौड़ा करता था जहां लोग कार और बाइक से जाया करते थे शिको वहां पैदल ही दौड़ जाया करता था|
SHIKO कभी लखनऊ से मलिहाबाद तक दौड़ जाता तो कभी उन्नाव चला जाता
तो कभी बाराबंकी के आगे भाग जाता और फिर जैसे जाता वैसे ही लौटता दौड़ते हुए| उसकी प्रैक्टिस में कभी कोई कमी नहीं आती थी ना वह थकता था ना कभी हारता था बस जुनून था इंडिया को रिप्रेजेंट करने का और उसका नाम काफी तेजी से इंडिया में फैल रहा था|
उसके घर वाले बहुत सीधे-साधे थे उन्हें इतना नहीं पता था कि SHIKO जो कर रहा है उसकी अहमियत क्या है |बहुत पैसे वाले घराने से ताल्लुक नहीं रखता था शिको |घर में खाना हिसाब से बनता था उसकी मां सुबह-सुबह खाना तैयार कर लिया करती थी और शिको जब रनिंग करके लौटता था तो चूल्हे के पास बैठकर अकेले ही खाना खा जाता था सभी का| अगर मां ने 30 रोटियां बनाई है तो वह 30 रोटी अकेले खा जाता था और खाने के वक्त जब उसकी मां देखती थी कि रोटी खत्म हो गई है तो वह शिको पर बहुत नाराज होती थी उन्हें अंदाजा नहीं था कि उनका बेटा एक बहुत बड़ा एथलीट है और जाहिर है जब वह इतना दौड़ेगा तो भूख भी उसी अंदाज से लगेगी |SHIKO अपने स्टेमिना को मेंटेन रखने के लिए काफी खिलाई करता था|
दिल दे बैठा था एक लड़की को
अपने घर से कुछ दूरी पर ही एक लड़की को दिल दे बैठा था शिको | उसके घर के चक्कर लगाता था उसकी झलक पाने के लिए बेताब रहता था अक्सर उसके स्कूल तक भी पीछा करते हुए चला जाया करता था लेकिन उस लड़की को SHIKO में कोई इंटरेस्ट नहीं था वह शिको को पसंद नहीं करती थी|
यह बात उस लड़की ने शिको से भी कहीं लेकिन SHIKO अपने दिल के हाथों मजबूर था| वह उस लड़की को अपने दिल से निकाल नहीं पा रहा था इसलिए उसकी हर ना पर और शिद्दत के साथ उसे चाहता चला गया| लड़की की उम्र भी बहुत ज्यादा नहीं थी उस वक्त मुश्किल से 14- 15 साल रही होगी उसने अपने पिता से SHIKO की शिकायत कर दी और ऐसे में कोई भी पीता होगा तो वह आग बबूला हो जाएगा|
उस लड़की के पिता के साथ भी ऐसा ही हुआ उन्हें भी SHIKO का अंदाजा नहीं था कि वह किस कैलीबर का एथलीट है लेकिन उन्हें सिर्फ यह पता था कि कोई लड़का है जो उनकी लड़की को परेशान करता है |एक दिन उन्होंने सबके सामने सड़क पर ही SHIKO की जमकर पिटाई कर दी वह भी डंडे से |लोग देख रहे थे SHIKO को पीटता हुआ| जो लोग SHIKO के बारे में जानते थे उनको पता चल रहा था कि यह बहुत बड़ा एथलीट है लेकिन क्यों मार खा रहा है इसके बारे में उनको जब पता चला तो लोगों को हैरानी हुई|
इस इंसिडेंट के अभी कुछ ही दिन गुजरे थे की शिको जिस लड़की से मोहब्बत करता था वह शादी में जाने के लिए घर से निकली
उसने शादी अटेंड की और हंसी खुशी शादी अटेंड करके घर वापस लौट रही थी रिक्शा से तभी अचानक से उस लड़की के रिक्शे का एक ट्रक से एक्सीडेंट हो गया और उस एक्सीडेंट में उस लड़की का मौके पर ही निधन हो गया |बहुत कम उम्र लड़की थी उसके निधन ने हर किसी को दुखों में डाल दिया उसके यूं अचानक से चले जाने पर शिको भी पूरी तरह से टूट चुका था|
जिस तरह से उस लड़की का एक्सीडेंट में निधन हुआ ठीक उसी तरह शिको का भी रोड एक्सीडेंट हो गया और उसकी भी मौके पर ही मौत हो गई |बहुत ज्यादा वक्त का फासला नहीं था उस लड़की की मौत और शिको की मौत के बीच| शिको एक दिन अपनी प्रैक्टिस के लिए लखनऊ से उन्नाव की तरफ दौड़ता हुआ जा रहा था तभी अचानक से पीछे से आ रहे एक ट्रक ने उस को कुचल दिया और मौके पर ही शिको की भी मौत हो गई |यूं SHIKO और उसकी मोहब्बत का अंत एक जैसा हुआ दोनों की मौत एक जैसी हुई दोनों का ही एक्सीडेंट हुआ और एक्सीडेंट में ही दोनों ने दुनिया को छोड़ दिया|
उस टाइम पर तो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नही था
सोशल मीडिया नही था| नाही कोई नेट के बारे में जानता था बस एक अखबारबार निकला करता था| एक छोटी सी खबर SHIKO की मौत की भी छपी और एक चमकता सितारा जो पूरी दुनिया में हिंदुस्तान का नाम रोशन करने वाला था वह इस तरह खामोशी से दुनिया को अलविदा कह गया|
आज भले ही किसी को SHIKO के बारे में कोई ना जानता हो लेकिन अगर अतीत के पन्ने पलटेगे तो SHIKO और उसकी प्रेम कहानी उसके मोहल्ले में रहने वाले उसके दोस्त यार जरूर सुनाएंगे|
हमारा आपसे अनुरोध है की जब आप इस कहानी को पढ़ लीजिएगा तो अपना कमेंट लिखना मत भूलिए आपके कमेंट का इंतजार रहेगा|