लता मंगेशकर को बददिमाग क्यों समझते थे लोग/खुद इस बात का खुलासा किया था लता मंगेशकर ने
लता मंगेशकर को बददिमाग क्यों समझते थे लोग/खुद इस बात का खुलासा किया था लता मंगेशकर ने/स्वर कोकिला के नाम से जानी जाती हैं लता मंगेशकर/ भारत रत्न से भी नवाजा जा चुके हैं उन्हें भले ही वह आज हमारे बीच ना हो लेकिन उनकी आवाज ही उनकी धड़कन है जो आज भी हर हिंदुस्तानी के दिल में धड़कती है /उनकी मधुर आवाज पर हर कोई फिदा है/
शायद ही ऐसी कोई भाषा बची हो जिसमें लता मंगेशकर ने अपनी आवाज ना दी हो/ हर भाषा में उन्होंने गाने गाए हैं और एक्ट्रेसेस अपने को सौभाग्यशाली समझती थी कि उनकी आवाज को लता मंगेशकर ने अपनी आवाज दी और आज की तारीख की एक्ट्रेस काफी अफसोस जताती है कि उन्हें वह मौका नहीं मिल सका क्योंकि जब उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में काम करना शुरू किया तो लता मंगेशकर ने गाने गाना बहुत कम कर दिया था/
महफिलों से दूर रहती थी
लता मंगेशकर को लोग बददिमाग समझते थे इसके पीछे जो वजह थी वह यह थी कि लता मंगेशकर पार्टीज में नहीं जाया करती थी/ जहां बहुत गैदरिंग होती थी वहां वह जाने को अवॉइड करती थी उन्हें सोशल गैदरिंग में आना जाना बहुत पसंद नहीं था/ वह इन सब गैदरिंग को अवॉइड करती थी जिसको लेकर लोगों के दिलों में यह मंशा थी कि लता मंगेशकर बददिमाग हैं जिसकी वजह से वह उनके लाख बुलाने पर भी नहीं आती हैं/
बहुत सारे ऐसे मौके पड़े हैं जहां पर लता मंगेशकर को इनवाइट किया जाता था पार्टी के लिए और उनके साथ काम करने वाले लोग ही उनको इनवाइट करते थे/ जाहिर है जिस महफिल में लता मंगेशकर पहुंच जाएं उस महफिल की शोभा बढ़ जाती थी लेकिन लता मंगेशकर बहुत ही चुनिंदा जगहों पर जाती थी इसके पीछे वजह यह नहीं थी कि वह चूजी थी या वह वही जाती थी जहां पर उन्हेंलोग पसंद आते थे बल्कि इसके पीछे वजह कुछ और थी महफिल में ना जाने की और वह वजह लता मंगेशकर ने खुद बताइए कि वह आखिर क्यों नहीं महफिल में जाती थी जिसकी वजह से लोग उन्हें बददिमाग समझते थे/
लता मंगेशकर ने बताया था अपने इंटरव्यू में कि उन्हें लोगों के बीच जाकर या बहुत गैदरिंग होती है उनके बीच में उन्हें घबराहट होने लगती है/ वह घबराने लगती हैं बहुत लोगों के बीच में उन्हें अनइजनेस शुरू आ जाती है जब वह बहुत लोगों के बीच में अपने को पाती हैं/ इसी घबराहट के चलते उनकी तबीयत खराब होने लगती थी/
लोग समझते थे कि वह सबको अवॉइड करती हैं लेकिन वजह कुछ और थी और वजह यही थी कि ज्यादा लोगों के बीच में लता मंगेशकर का दिल घबराने लगता था और इसीलिए वह जानबूझकर महफिलों मैं जाने से कतराती थी/