Film Aankh micholi Review 3 /5* काफी वक्त के बाद कोई ऐसी फिल्म आई है
Film Aankh micholi Review 3 /5* काफी वक्त के बाद कोई ऐसी फिल्म आई है जो आपको हंसाने पर गुदगुदाने पर मजबूर कर देगी और उस फिल्म का नाम है Aankh micholi/
सबसे पहले कहानी की बात करते हैं Film Aankh micholi की कहानी काफी नए थॉट के साथ है /एक ऐसी कहानी जो अभी तक नहीं कही गई/ इस फिल्म की खास बात यह है की पूरी कहानी घरेलू है /पूरी फैमिली एक साथ बैठकर इस फिल्म को बिना किसी शर्माहट के देख सकती है/
Film Aankh micholi की कहानी मैं एक परिवार ऐसा दिखाया है जिसमें पिता से लेकर उसके तीनों बच्चों में कोई ना कोई दोष है /पिता की याददाश्त बहुत कमजोर है सेकंड के अंदर वह सब चीज भूल जाते हैं/ बड़े बेटे में दोष है कि उसको सुनाई नहीं देता/ छोटे बेटे का दोष यह है कि वह हकलाता है और एक बेटी है जिनको सूरज डलने के बाद दिखाई नहीं देता/
बेटी यानी कि मृणाल ठाकुर सहेलियों के साथ स्विट्जरलैंड जाती है वेकेशन पर
वहां उसे एक लड़का नजर आता है अभिमन्यु दासानी और उसको वह पहली झलक में ही देखकर पसंद करने लगती है/
इस फिल्म में वहां पर चार्ली चैपलिन के कैरेक्टर को भी दिखाया गया है जो की mrunal thakur का पर्स लेकर भाग जाता है और अभिमन्यु दासानी का कैरेक्टर जो है उस चार्ली चैपलिन से mrunal thakur का पर्स वापस लेकर आता है/
वेकेशन खत्म होते हैं और mrunal thakur अपने घर आ जाती हैं पंजाब होशियारपुर/ यहां पर उनके पिता बताते हैं कि जो कि परेश रावल बने हैं उन्होंने एक मैरिज साइट पर प्रपोज डाला है और बहुत सारे फोन आ रहे हैं जिसमें से एक लड़का है जो ऑस्ट्रेलिया से उसको देखने आ रहा है और वह लड़का जब आता है तो उसके मामा मामी भी आते हैं जो की बने हैं गुरुशा कपूर और darshan Jariwala/
यहां पर आकर जब वह मृणाल ठाकुर को देखने आते हैं तो रात हो रही होती है सूरज ढल चुका होता है ऐसे में मृणाल ठाकुर को उसके पिता भाई मृणाल ठाकुर को ट्रेन करते हैं कि किसी को पता ना चले कि उसको सूरज डलने के बाद दिखता नहीं है/
इसी में मजे ले रही होती है मृणाल ठाकुर की भाभी जो की बनी है दिव्या दत्ता/ जिनके साथ धोखा हुआ होता है और वह चाहती है कि उसकी सजा कहीं ना कहीं घर वालों को मिले खासतौर से अपने पति को/
Film Aankh micholi Review 3 /5* शादी तय हो जाती है और एक हफ्ते के अंदर शादी करने का फैसला किया जाता है
अब किसी वजह से लड़के वाले लड़की वालों के घर में रुक जाते हैं 5 दिन के लिए/ 2 दिन फार्म हाउस में शादी की तैयारी में बिताते हैं/
कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब लड़के वाले लड़की वाले के घर पर रुकते हैं और लड़का यानी अभिमन्यु दासानी अपने कमरे से बाहर नहीं आता दिन में क्योंकि उसे यह बीमारी है कि वह दिन में नहीं देख सकता उसको सूरज डलने के बाद दिखता है/
अब ऐसे में लड़की वालों को लड़की को रात से बचाना है और लड़कों वालों को लड़के को दिन से बचाना है /इसी के इर्द-गिर्द पूरा ताना-बाना बन गया है फिल्म की कहानी का /
फिल्म के अंदर बहुत सारे स्पॉन्टेनियस डायलॉग हैं जो आपको हंसाने पर मजबूर कर देते और कोई भी डायलॉग भद्दे नहीं है/ सिंपल से घरेलू भाषा में पूरी फिल्म बनाई गई है यह खासियत है फिल्म की/
बात करते हैं डायरेक्शन की
इस फिल्म को डायरेक्ट किया है umesh shukla ने और उनका डायरेक्शन बहुत बेहतरीन है/ कहीं से भी कोई कंफ्यूजन नजर नहीं आ रहा फिल्म में/ ना तो जंप कट है फिल्म के अंदर/ बहुत स्मूथ तरीके से फिल्म चलती है और इसका श्रेय जाता है डायरेक्टर को/
Film Aankh micholi जैसी फिल्मों को जरूरत होती है word of mouth पब्लिसिटी की और word of mouth से इस तरह की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कमाल दिखाती हैं /फिर काफी अच्छी बनी है और आराम से इसे देखा जा सकता है / पैसा वसूल है /इसे हम देते हैं 3 /5*