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हजारों दर्द छुपे हैं सनम के मुस्कुराते हुए चेहरे के पीछे

हजारों दर्द छुपे हैं सनम के मुस्कुराते हुए चेहरे के पीछे|पाकिस्तान की फिल्म इंडस्ट्री और टीवी इंडस्ट्री की मशहूर अदाकारा सनम बलोच

हजारों दर्द छुपे हैं सनम के मुस्कुराते हुए चेहरे के पीछे|पाकिस्तान की फिल्म इंडस्ट्री और टीवी इंडस्ट्री की मशहूर अदाकारा सनम बलोच के मुस्कुराते हुए हसीन चेहरे के पीछे हजारों दर्द छुपे हैं |यह वह दर्द है जो उन्होंने बचपन से देखे हैं|

सभी जानते हैं कि पाकिस्तान में हिंदुस्तान के आर्टिस्ट बहुत पसंद किए जाते हैं| फिर चाहे वह संगीत जगत की हो| एक्टिंग से जुड़े हो या फिर डायरेक्शन से जुड़े हो हर किसी को पाकिस्तान में बहुत इज्जत दी जाती है| खासतौर से वहां पर बॉलीवुड के एक्टर्स किसी माइल स्टोन से कम नहीं है बल्कि यह कहना गलत नहीं होगा कि वहां के एक्टर यहां के एक्टर्स को देखकर एक्टिंग सीखते हैं उन्हीं की तरह बात करने और चलने की कोशिश करते हैं|

ठीक इसी तरह पाकिस्तान के भी कई एक्टर्स हैं जिन्हें हिंदुस्तान में काफी पसंद किया जाता है| जिसमें से कुछ एक्टर ने अच्छी हिट फिल्में की हैं बॉलीवुड की |फवाद खान माहिरा खान  सबा कमर का नाम काफी हिट है| इसी तरह से पाकिस्तान की सुपरस्टार सनम बलूच भी काफी पसंद की जाती हिंदुस्तान में| उनकी खूबसूरती और एक्टिंग को बहुत सराहा जाता है |

बहुत बहुत सारे सीरियल किए हैं  sanam baloch ने पाकिस्तान में| उनकी खूबसूरती पर सब फिदा रहते हैं |ऑफस्क्रीन हमेशा हंसने वाला यह चेहरा अंदर से बहुत गम देख चुका है अपनी निजी जिंदगी में|

बचपना दादी और नानी के घर की खींचातानी में गुजर गया

सनम बलोच ने जिंदगी में बचपन से ही काफी गम देखे हैं| उनका बचपना दूसरे बच्चों की तरह हंसता खेलता नहीं था |उनके बचपन में दूसरे बच्चों की तरह माता-पिता का प्यार नहीं लिखा था |उनके बचपन में माता पिता के साथ  एक साथ वक्त गुजारना नहीं लिखा था| सनम जब 3 साल की थी तभी उनके माता-पिता के बीच seperation हो गया था |उनके माता-पिता अलग हो गए थे |उनके रिश्तो में बहुत खटास आ चुकी थी |उनके रिश्तेदार बताते हैं उन दोनों की बहुत लड़ाइयां होती थी| जबकि दोनों आपस में कजन हुआ करते थे शादी से पहले |सनम के न्यू तो 6 भाई बहन हैं जिनमें एक स्टेप ब्रदर भी है|

जब उनकी उम्र 3 साल की थी उनके माता-पिता ने अलग होने का फैसला कर लिया था और ऐसे में उनके पिता सनम को अपने साथ लेकर चले गए थे |दूसरे भाई बहन भी सनम के पिता के साथ ही थे| मां अकेले रह गई थी लेकिन सनम की मां ने हिम्मत नहीं हारी उस वक्त और उन्होंने कोर्ट का सहारा लिया और सनम नाबालिग थी छोटी बच्ची थी उस लिहाज से कोर्ट ने सनम की कस्टडी मां को दे दी|

कभी दादी दादा के घर वाले तो कभी नाना नानी के घर वाले बच्चों को अपने साथ ले जाने के लिए लड़ते थे| सनम को कुछ समझ नहीं आता था| उम्र बहुत छोटी थी कुछ समझने के लिए लेकिन उस छोटी उम्र में उन्हें यह समझ आता था कि उनके माता-पिता एक साथ नहीं है और वह दो हिस्सों में बट चुकी है|

उनकी भी शादी टूट गई

अपनी जिंदगी में सनम बलूच ने अपने माता-पिता की टूटी शादी देखी |मां को दूसरी शादी करते देखा और भाई बहनों का जो प्यार मिलना चाहिए था वह उन्हें नहीं मिल सका लेकिन जिस तरह से हर लड़की की निगाह में एक शहजादा बसा होता है उसी तरह से सनम बलूच की निगाह में भी अब्दुल्ला नाम का शहजादा बसा हुआ था |जिससे उन्होंने शादी की बहुत प्यार करते थे दोनों एक दूसरे को लेकिन इस प्यार के बीच दोनों की सोच में टकराव होना शुरू हो गया और टकराव इतना बड़ा के दोनों को अलग होना पड़ा |यानी कि sanam baloch को भी उसी दर्द से गुजरना पड़ा जिस दर्द से उनकी मां गुजरी थी|

अपने पति अब्दुल्ला से भले ही सनम बलोच  अलग हो चुकी हो लेकिन उनके लिए इज्जत आज भी उनके दिल में बरकरार है| उनका मानना है कि अगर अब्दुल्ला को खुशी होगी तो उन्हें भी खुशी होगी| अगर उसको कोई  गम होगा तो उन्हें भी गम होगा |अब्दुल्लाह की तरक्की में वह भी खुश होंगी लेकिन अब्दुल्ला से उनकी दोस्ती या उनका मिलना जुलना अभी भी है इस बात पर उन्होंने साफ इनकार कर दिया कि वह अब्दुल्ला से टच में नहीं है|

गिने चुने चंद् दोस्त हैं sanam baloch के और वह काम से जब फुर्सत पाती हैं तो उन लम्हों को जी भरकर जीती हैं जिन लम्हों में वह अपने कजंस और भाई बहनों के साथ होती हैं|