Amitabh Bachchan Finish cover page पर छपा था|जिस मैगजीन ने अमिताभ बच्चन के लिए अपने कवर पेज पर अमिताभ बच्चन की फोटो लगाकर लिखा था फिनिश वह मैगजीन खुद ही फिनिश हो गई लेकिन अमिताभ बच्चन ना पहले फिनिश हुए थे और ना आज |शहंशाह तो वह पहले भी थे और आज भी है|
स्टार ऑफ़ द मिलेनियम का टाइटल जिसे मिला हो उसके लिए लिखा गया था फिनिश और यह फिनिश इसलिए लिखा गया था क्योंकि इसके पीछे भी एक कहानी है| इसके पीछे एक दर्द था , एक गुस्सा था|
late 80 के दशक में अमिताभ बच्चन की फिल्में फ्लॉप होना शुरू हो गई थी
Amitabh Bachchan Finish लोगों ने यह लिखना और कहना शुरू कर दिया था खासतौर से फिल्म इंडस्ट्री में अमिताभ बच्चन के लिए की अब उनका दौरा खत्म हो गया और इस दौरान उस वक्त की मशहूर मैगजीन The Illustrated Weekly of India के कवर पेज पर अमिताभ बच्चन की तस्वीर के साथ लिखा था फिनिश|
इस कवर पेज को आज देखकर अमिताभ बच्चन के लिए जब दर्द महसूस हो सकता है|तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि उस वक्त अमिताभ बच्चन को और उनके चाहने वालों को कितना दर्द हुआ होगा इस कवर पेज को देखकर|
समय का पहिया लेकिन ऐसा घुमा कि जिस मैगजीन ने अमिताभ बच्चन के लिए फिनिश लिखा था वह मैगजीन फिनिश हो गई लेकिन अमिताभ बच्चन का सफलता भारत दौरा आज भी जारी है| The Illustrated Weekly of India की शुरुआत 1880 में हुई थी और 100 साल से ज्यादा का सफर इसने तय किया| 13 नवंबर 1993 को उसका लास्ट एडिशन पब्लिश हुआ|
आज भी अमिताभ बच्चन बॉक्स ऑफिस पर रूल कर रहे हैं| 81 प्लस के हो चुके है अमिताभ बच्चन लेकिन आज भी वह काम पर वैसे ही जाते हैं जैसे की वह अपने जवानी के दिनों में जाया करते थे |आज भी उनके पास इतना काम है जितना काम पाने की चाहत यंग एक्टर रखते हैं|
Amitabh Bachchan Finish आखिर क्यों लिखा गया था
अमिताभ बच्चन मिथुन चक्रवर्ती और मीनाक्षी शेषाद्री की फिल्म गंगा जमुना सरस्वती जब रिलीज हुई और इस फिल्म के गाने तो हिट हुए लेकिन फिल्म ने कुछ कमाल नहीं दिखाया बॉक्स ऑफिस पर और अमिताभ बच्चन से नाराज पब्लिकेशंस ने अमिताभ बच्चन के खिलाफ लिखना शुरू कर दिया| अपने दिल की भड़ास निकालना शुरू कर दी और लिख दिया finish|
मामला कुछ यूं था कि 80 का दौर अमिताभ बच्चन की जिंदगी का वह दौर था जहां पर अमिताभ बच्चन की और मीडिया की आपस में ठनी हुई थी| उस वक्त इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नहीं था बस प्रिंट मीडिया हुआ करता था| उसमें मैगजींस भी शामिल थी|
अमिताभ बच्चन ने इंटरव्यू देने बंद कर दिए थे| किसी भी प्रिंट मीडिया के सामने अमिताभ बच्चन ने बोलना बंद कर दिया था|एक वक्त था जहां पर अमिताभ बच्चन मीडिया को इंटरव्यू दिया करते थे लेकिन कुछ ऐसी बातें उस वक्त हुई जहां पर अमिताभ बच्चन और मीडिया के बीच में एक दरार आ गई और अमिताभ बच्चन ने मीडिया को इंटरव्यू देने बंद कर दिए|
उस वक्त प्रिंट मीडिया अमिताभ बच्चन से खुननस खाए बैठा था और वह इंतजार में था कि कैसे अमिताभ बच्चन से बदला लिया जाए और ऐसे में अमिताभ बच्चन की एक-एक करके फिल्में फ्लॉप होना शुरू हुई और प्रिंट मीडिया को मौका मिल गया अमिताभ बच्चन के खिलाफ आवाज बुलंद करने का|
जल्द ही अमिताभ बच्चन को यह समझ आ गया कि बिना मीडिया के उनकी शख्सियत अधूरी है
उन्होंने एक बार फिर यू टर्न लिया और मीडिया को अपने पास बुलाना शुरू कर दिया| अब आलम ऐसा था कि जहां अमिताभ बच्चन मीडिया से बात नहीं करते थे|वहीं पर वह अब एक-एक रिपोर्टर से एक एक एक घंटा बात करने लगे|
वह दौर ऐसा था जहां पर मीडिया के लिए किसी होटल में या किसी और जगह पर इंतजाम नहीं किया जाता था बल्कि film के सेट पर ही रिपोर्टर्स को बुलाकर stars के इंटरव्यू कराए जाते थे और अमिताभ बच्चन ने भी यही किया, अपने फिल्मों के सेट पर वापस से रिपोर्टर्स को बुलाना शुरू कर दिया|
एक बार फिर अमिताभ बच्चन और मीडिया के बीच याराना शुरू हो गया जो लकीर अमिताभ बच्चन ने खुद खींची थी उसको उन्होंने खुद ही मिटा दी|