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बैंक वाले दरवाजा उखाड़ ले गए

बैंक वाले दरवाजा उखाड़ ले गए जब ऋण की किस्त जमा नहीं कर पाए|

बैंक वाले दरवाजा उखाड़ ले गए जब ऋण की किस्त जमा नहीं कर पाए|बैंक हमेशा से ही उन लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाती है जिनको उसने लोन दिया हो और जब लोन लेने वाला लोन की किस्त जमा ना कर पा रहा हो ऐसे में बैंक 1-2 वार्निंग देने के बाद सख्त कदम उठाती है और कई बार तो घर भी खाली करा  लेती है|

एक बड़ा ही हास्यपद  मामला सामने आया है जहां पर बैंक ऋण ना जमा होने पर बैंक वाले घर का दरवाजा ही उखाड़ ले गए|

Telangana से चौंकाने वाला मामला सामने आया जहां पर बैंक के ऋण की कुछ किस्त नहीं चुकाने पर बैंक के अधिकारियों ने  एक किसान के घर का दरवाजा ही उखाड़ कर ले गए अपने साथ| सुनने में बड़ा अटपटा लगता है कि घर का दरवाजा उखाड़ ले गए लेकिन यही हकीकत है ऋण की किस्त ना जमा करने पर बैंक अधिकारियों ने ऐसा ही किया|

सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के हिसाब से मामला तेलंगाना के महबूबाबाद जिले के गुड्डू मंडल के मन्नापुरम गांव में रहने वाले मोहन नामक एक किसान से जुड़ा हुआ है| जिसने साल 2021 में एक बैंक से फसल के लिए ऋण लिया था और उसकी किस्त हर महीने की बंध गई थी| शुरू में तो किस्त जमा करता रहा वक्त पर| बाद में बैंक में किस्त जमा नहीं कर पा रहा था क्योंकि उसकी फसल बर्बाद हो गई थी और इसी के चलते वह गांव छोड़कर हैदराबाद शहर में कुली का काम करने लगा अपने जीवन बताने बिताने के लिए|

बेटा बाप का कर्जा उतार रहा था

मोहन का बेटा वीरेंद्र मदनापुर में अपने पिता के घर में रहता है और अपने पिता का कर्जा वह उतारने की कोशिश कर रहा था लेकिन पिछले कई महीने से वह बैंक के कर्ज कि किस्त उतारने में नाकाम था जिसकी वजह से बैंक के अधिकारियों ने लोकल पुलिस के साथ मिलकर मोहन के बेटे के घर पहुंच गई और पिता के द्वारा लिए गए कर्ज को ना चुकाने पर उस पर दबाव डालने लगी|

मोहन का बेटा verendra के लाख मना करने पर भी बैंक अधिकारियों ने उसकी एक न सुनी और घर के दूसरे सामानों के साथ-साथ उसके घर का दरवाजा भी उखाड़ कर ले गए| बाद में verendra ने बैंक के चेयरमैन के पास जाकर बैंक के manager  के खिलाफ शिकायत की जिसके बाद चेयरमैन हरकत में आए और उन्होंने अपने अधिकारियों को आदेश दिया कि विरेंद्र कि के घर से जो चीजें लेकर आए हैं उसको वापस करें और साथ में जो दरवाजा खोल कर लाए हैं उसको भी विरेंद्र के हवाले कर दो| इसके बाद बैंक अधिकारियों ने वीरेंद्र को उसके घर से लाए हुए सामान और उसका दरवाजा वापस लौटा दिया|