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मुनव्वर का सीक्रेट सुनकर रो पड़ा हिंदुस्तान

मुनव्वर का सीक्रेट सुनकर रो पड़ा हिंदुस्तान, हर शख्स के दिल से निकली आह !

मुनव्वर का सीक्रेट सुनकर रो पड़ा हिंदुस्तान हर शख्स के दिल से निकली आह ..लॉकअप शो में मुनव्वर ने जिस तरह से अपनी मां की कहानी बयान की उसको सुनने के बाद हर किसी का दिल रो पड़ा.. लॉकअप में भी जितने कंटेस्टेंट थे सब रो रहे थे, कंगना राणावत भी अपने आंसू नहीं रोक पाइ उनकी आंखों से भी आंसू छलक कर बाहर आ गए.

एलिमिनेशन बजर राउंड था मुनव्वर बजर नहीं बजा सके लेकिन फिर भी उन्हें उनके कहने पर कंगना राणावत ने अपना सीक्रेट रिवील करने की इजाजत दे दी.

सोच रहे थे कि मुनव्वर कुछ अपने अपनी छोटी मोटी किसी बात को रिवील करेंगे.. किसी ने नहीं सोचा था कि मुनव्वर जो सीक्रेट रिवील करने जा रहे हैं वह सभी को रुला देगी.

मुनव्वर की मां की सीक्रेट कहानी मुनव्वर की जुबानी

मां की कहानी जब मुनव्वर ने सुनानी शुरू की तो हर कोई दिल थाम कर बैठ गया क्योंकि मुनव्वर अपनी मां की कहानी जिस तरह बयान कर रहे थे वह सीधे सब के दिलों पर दस्तक दे रही थी.

अपनी नानी के घर पर मुनव्वर सो रहे थे और सुबह 7:00 बजे उनकी नानी ने उनको उठाया अब बताया कि उनकी मां की तबीयत खराब है अस्पताल में एडमिट कराया गया है. यह बात सन 2007 january की है मुनव्वर अस्पताल की तरफ भागे.. उनके घर से अस्पताल की दूरी 10 मिनट की थी भागते हुए अस्पताल पहुंचे उन्होंने देखा इमरजेंसी से उनकी मां को बाहर लाया जा रहा है जो किं दर्द से कराह रही थी एक हाथों उनके पेट पर था.

मुनव्वर ने अपने बड़े अब्बा, बड़ी मम्मी, अपने अब्बा से पूछा क्या हुआ, तो सब ने बताया कि कुछ पेट में प्रॉब्लम थी इसी वजह से उनको यहां पर एडमिट किया गया है.. मुनव्वर को लगा की मां अभी ठीक हो जाएगी मुनव्वर अपनी मां का हाथ पकड़े बैठे रहे तकरीबन 2:00 बजे के आसपास डॉक्टर्स ने मुनव्वर का हाथ उनकी मां से छुड़ाया क्योंकि उनकी मां दुनिया छोड़ चुकी थी.

मां ने एसिड पी लिया था

वह बताते हैं कि उनकी मां ने एसिड पी लिया था और साथ में यह भी पता चला कि उनकी मां ने 8 दिनों से कुछ नहीं खाया था उनका पेट पूरी तरह से खाली था..एसिड पीने की वजह से अंदर आंते सब कट चुकी थी.

इस बात की खलिश हमेशा सताती रहती है मुनव्वर को, कि काश वह उस रात अपनी मां के साथ होते. तो उनकी मां इतना बड़ा स्टेप कभी ना लेती.. मुनव्वर ने शो में आगे बताया कि घर को चलाने के लिए मां ने 3500 Rs. उधार लिए थे सूत पर और जिसके तकाजे के लिए वह शख्स जिससे पैसे उधार लिए थे वह आकर उन्हें भला-बुरा कहा करता था.

पिता को हमेशा लड़ते देखा

अपनी मां से अपने पिता को हमेशा लड़ते देखा मुनव्वर ने. मां को हमेशा परेशान देखा.पिता हमेशा मां को मारा करते थे.. घर का निजाम पूरा खराब हो चुका था, हर कोई हर किसी बात के लिए मुनव्वर की मां को दोषी ठहराता था, चाहे उनके के पिता हो या उनकी दादी.

आलम यह था कि घर के बर्तन बेच बेच कर घर का गुजारा चल रहा था. सारा बोझ मां के ऊपर आ गया था.मां चकली बना बना कर बेचा करती थी.. मुनव्वर ने चकली बनाना अपनी मां से ही सीखा था. बताते हैं कि पिता अपने ही धुन में रहते थे उन्हें घर से कुछ लेना-देना नहीं था.. माता-पिता में कभी नहीं बनती थी.. घर में हमेशा लड़ाई का माहौल बना रहता था.. मुनव्वर मानते हैं कि आज उनके पास पैसा है लेकिन यह पैसा किस काम का, कि वह पैसा अपनी मां के काम ना ला सके