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सैकड़ों साल पुराना गिद्ध मिला कानपुर में

सैकड़ों साल पुराना गिद्ध मिला कानपुर में| गिद्ध उन प्रजातियों में गिना जाने लगा है जो विलुप्त होते जा रहे हैं|

सैकड़ों साल पुराना गिद्ध मिला कानपुर में| गिद्ध उन प्रजातियों में गिना जाने लगा है जो विलुप्त होते जा रहे हैं|जिन को ढूंढ पाना |देख पाना बेहद मुश्किल हो चला है |आज की तारीख में गिद्ध का लोगों ने नाम तो सुना होगा लेकिन बहुत ही कम लोग ऐसे होंगे जिन्होंने अपनी आंखों से गिद्ध को देखा होगा क्योंकि गिद्ध विलुप्त प्रजाति में आ गया है| यानी कि white vulture की प्रजाति अब दुनिया से लगभग खत्म होती जा रही है|

कानपुर शहर में उस वक्त लोगों में उत्साह जाग उठा जब उन्हें पता चला एक सफेद गिद्ध का| जिसको देखने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि यह गिद्ध सैकड़ों साल पुराना है |जानकार बताते हैं कि गिद्धों की उम्र बहुत ज्यादा होती है| यह सैकड़ों साल आराम से जी जाते हैं और इन को लेकर लोगों ने मुहावरा भी बना रखा है जिसमें लोग कहते हैं कि यह तो गिद्ध के जमाने का है|

उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में विलुप्त हो चुका गिद्ध मिला| बताया जा रहा है कि यह गिद्ध हिमालय की 13000 फीट की ऊंचाई पर पाया जाता था| यानी कि बहुत ही rare गिद्ध है जो कानपुर में मिला है|

कानपुर मैं मिले गिद्ध के पंख पांच 5 फीट के बताए जा रहे हैं

वहां पर मौजूद लोगों ने गिद्ध पकड़ा और उसके पंख खोलकर दिखाएं| जिसको देखकर सब हैरान रह गए क्योंकि गिद्ध के पंख तकरीबन पांच 5 5 फीट के थे |यह गिद्ध वहां के ईदगाह कब्रिस्तान में पाया गया| गिद्ध अपनी जोड़ी के साथ कई दिनों से कब्रिस्तान में ठहरा हुआ था| पहले इसकी अच्छी तरह से पहचान करा ली गई उसके बाद वही ईदगाह कब्रिस्तान में रहने वाले शफीक नाम के युवक ने 5 लोगों के साथ मिलकर बड़ी सी चादर तान कर उसे पकड़ा और जैसे यह खबर हर तरफ फैली वहां पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई उस गिद्ध को देखने के लिए|

बाद मैं गिद्ध को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया गया| देखा जाए तो सरकार इनके संरक्षण के लिए कई योजनाएं भी चला रही है और ऐसे में विलुप्त हो चुके सफेद गिद्ध के मिलने पर खुशी की लहर दौड़ गई है| आमतौर पर यह सफेद गिद्ध बहुत ठंडी जगह पर रहते हैं| ज्यादातर इन्हें हिमालय में पाया जाता है क्योंकि आजकल बहुत सर्दी पड़ रही है उत्तर प्रदेश में खासतौर से कानपुर बहुत ठंडा शहर माना जा रहा है उस लिहाज से अनुमान लगाया जा रहा है कि यह गिद्ध ठंड की वजह से यहां पर डेरा डाले हुए था|