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ईशा कोपिकर: वो हीरो सोना चाहता था मेरे साथ

ईशा कोपिकर: वो हीरो सोना चाहता था मेरे साथ. अकेले में मिलना चाहता था मेरे साथ.

ईशा कोपिकर: वो हीरो सोना चाहता था मेरे साथ .  अकेले में मिलना चाहता था मेरे साथ .बड़ा खुलासा किया खल्लास गर्ल ने अपने एक बेबाक इंटरव्यू मे .उन्होंने अपने दिल की बात सबके सामने बेबाकी से रखी.खल्लास गर्ल के नाम से मशहूर ईशा कोपिकर जिन्होंने राम गोपाल वर्मा की फिल्म मैं खल्लास गाने से बॉलीवुड में एंट्री की थी और उसी खल्लास गाने ने उन्हें खल्लास गर्ल का खिताब दिया. खल्लास गाना जब रिलीज हुआ तो रातों-रात ईशा कोपिकर स्टार बन चुकी थी. हर तरफ ईशा के हुस्न के, उनके लुक के चर्चे शुरू हो गए थे.

लेकिन काम क्यों नहीं मिला ईशा कोपिकर को हिंदी सिनेमा में, उसके पीछे ईशा बताती हैं की एक मशहूर प्रोड्यूसर ने अपनी फिल्म में साइन करने के लिए उन्हें फोन किया और ईशा से कहा कि वह हीरो की गुड बुक में रहेंगी, उनसे बात कर ले, ईशा ने जब उस हीरो को फोन किया तो उसने अकेले में मिलने की ख्वाहिश जाहिर की ईशा कोपिकर से और यह भी कहा कि वह अपने स्टाफ के बिना ही उनसे मिलने आए. इरादे उस हीरो ने बिल्कुल साफ कर दिए थे अपने कि आखिर वह क्यों अकेले में मिलना चाहता है उनसे.

ईशा कोपिकर किसी भी तरह से कंप्रोमाइज करने के लिए तैयार नहीं थी और उन्होंने अपने इरादे प्रोड्यूसर को बताएं, जिसके बाद प्रोड्यूसर ने उन्हें फिल्म से निकाल दिया.यह मामला 2000 मिड का बताती हैं ईशा.

नेपोटिज्म का राज था

बॉलीवुड में जब ईशा ने कदम रखा तो उस वक्त उनका कहना है कि इंडस्ट्री में campism ,नेपोटिज्म, कास्टिंग काउच अपने चरम सीमा पर था,उन्होंने बताया कि बात 2000 की ही है, जब उन्हें एक बड़ी फिल्म ऑफर हुई थी लेकिन उस फिल्म के लिए अपने वक्त की एक बड़ी हीरोइन ने अपनी बेटी के लिए प्रोड्यूसर को कई कॉल्स किए और उनका रोल उनकी बेटी को दे दिया गया.

अपने रवैया से ईशा जल्द ही इंडस्ट्री में नो नॉनसेंस गर्ल के नाम से मशहूर हो गई थी.  जो कोई भी गलत बात सुनने के लिए तैयार नहीं थी, उसको करना तो बहुत दूर की बात थी. जिसकी वजह से ईशा मानती हैं कि उनके हाथ से बहुत सारे बड़े प्रोजेक्ट निकल गए और उन्हें छोटे-छोटे रोल से ही संतुष्टि करनी पड़ी, इसके लिए वह कतई रिग्रेट फील नहीं करती. ईशा कोप्पिकर का मानना है की इंडस्ट्री में आपको तब तक कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता, जब तक आप खुद अपना नुकसान ना करना चाहे. मतलब आपको कोई जोर जबस्ती नहीं कर सकता जब तक कि आप खुद अपने को सरेंडर ना करें.