Junior Mehmood को देखकर जितेंद्र रो पड़े आंखों से लगातार आंसू टपकने लगे
Junior Mehmood को देखकर जितेंद्र रो पड़े आंखों से लगातार आंसू टपकने लगे बहुत रोकने की कोशिश करते रहे जितेंद्र की जूनियर महमूद के सामने ना रोए उनके सामने अच्छी-अच्छी बातें करें, हंसी मजाक करें और उन्हें हसाए लेकिन जूनियर महमूद की हालत देखकर जितेंद्र से रहा ना गया और आंखों से लगातार आंसू बहने लगे/
जूनियर महमूद की हालत कुछ इस तरह थी कि उन्हें कोई होश नहीं था उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि उनसे कोई मिलने भी आया है /उनकी हालत बहुत खराब चल रही है और ऐसे में जब उनके बहुत ही करीबी दोस्त या हम यह भी कह सकते हैं कि उनके हमजोली जितेंद्र जब उनसे मिलने पहुंचे तो जितेंद्र के साथ कॉमेडी किंग जॉनी लीवर भी थे/
जॉनी लीवर बार-बार जूनियर महमूद से यही कह रहे थे कि देखो कौन आया है जीतू जी आए हैं तुमसे मिलने के लिए और जीतू जी भी यानी कि जितेंद्र भी जूनियर महमूद को जुनी कह के बुला रहे थे उन्हें आवाज दे रहे थे लेकिन जूनियर महमूद की तबीयत इतनी ज्यादा खराब है कि उन्हें अपने हमजोली की आवाज भी उनके कानों तक नहीं जा रही थी/
यह हाल देखकर जूनियर महमूद का जितेंद्र अपने को रोक ना सके उनकी आंखों से आंसू बहने लगे/
साधारण सजीवन जी रहे हैं जूनियर महमूद
यूं तो जूनियर महमूद ने 265 के आसपास फिल्में की है /लगभग 6 मराठी फिल्में प्रोड्यूस भी की है लेकिन उनके हालात बहुत अच्छे नहीं चल रहे थे /उनके पास काम की बहुत कमी थी जिसकी वजह से उनकी फाइनेंशियल हालत बहुत खराब हो गई थी/
पहले वह अंधेरी के मिल्लत नगर में रहते थे किराए के मकान में और वहां भी लोग बताते हैं कि वह जल्दी किसी से मिलते नहीं थे कि उन्हें कोई पहचान ना ले इसलिए वह कोशिश करते थे अपना चेहरा छुपा कर ही अपने घर आते जाते थे कि मोहल्ले वाले उन्हें पहचान ना ले कि यह जूनियर महमूद है जिन्होंने बड़ी-बड़ी फिल्मों में बड़े-बड़े स्टार्स के साथ काम किया है/
मशहूर एक्टर कॉमेडियन महमूद ने जूनियर महमूद नाम दिया था मोहम्मद नईम को और मोहम्मद नईम उर्फ जूनियर महमूद का गाना हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं सुपर डुपर हिट है आज भी/
उसके अलावा भी उन्होंने जितेंद्र के साथ भी बहुत सारी फिल्में की हैं क्योंकि उनकी शक्ल महमूद से बहुत मिलती थी इसलिए उन्हें महमूद ने जूनियर महमूद का खिताब दिया था और उसके बाद से उन्हें हर कोई जूनियर महमूद ही बुलाने लगा/
फिल्म इंडस्ट्री किसी की नहीं है लेकिन जितेंद्र ने अपना हक अदा किया
आमतौर पर फिल्म इंडस्ट्री भूले बिस्रों को याद भी नहीं करती है लेकिन जितेंद्र को जब पता चला की जूनियर महमूद की तबीयत बहुत खराब है उन्हें स्टमक कैंसर हुआ है /उनको फोर्थ स्टेज का कैंसर डिटेक्ट हुआ है और जब यह पता चला कि जूनियर महमूद उन्हें याद कर रहे हैं तो जितेंद्र ने कोई स्टारडम और टंट्रम्स नहीं दिखाएं बल्कि वह फौरन ही जॉनी लीवर के साथ जूनियर महमूद के घर उनसे मिलने चले गए/ जूनियर महमूद का घर बहुत साधारण सा है बहुत आम जिंदगी जी रहे है जूनियर महमूद लेकिन जितेंद्र अपने दोस्त से मिलने के लिए उसके पास पहुंच गए/