Meenakshi sheshadri casting couch
Meenakshi sheshadri casting couch experience फिल्म इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच हमेशा से रहा है फिर चाहे वह दोर कोई सा भी हो आज का हो या पुराना हो, एक्टर हो या एक्ट्रेस हर किसी को कास्टिंग काउच जैसे घिनौने वक्त से गुजरना पड़ा है/ Meenakshi sheshadri भी इस कास्टिंग काउच का शिकार हुई है/
वेटरन एक्ट्रेस Meenakshi sheshadri जिन्होंने 80-90 के दशक में बहुत नाम कमाया/ बहुत सारी सुपर डुपर हिट फिल्में अपने नाम की हैं/ जिसमें उनकी एक्टिंग के बहुत चर्चा हुए थे फिल्म दामिनी में/
मनोज कुमार की फिल्म पेंटर बाबू से मीनाक्षी शेषाद्रि ने फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था और film पेंटर बाबू की शूटिंग के दौरान ही उन्हें फिल्म हीरो के लिए साइन कर लिया था subhash ghai ने लेकिन मनोज कुमार ने यह शर्त रख दी थी कि जब तक पेंटर बाबू रिलीज ना हो तब तक की मीनाक्षी की फिल्म हीरो रिलीज नहीं हो सकती और ऐसा ही हुआ/
पहले मनोज कुमार के बेटे सन्ग Meenakshi sheshadri की फिल्म पेंटर बाबू रिलीज हुई उसके बाद सुभाष की फिल्म HERO रिलीज हुई/ जिसमें मीनाक्षी शेषाद्रि के साथ जैकी श्रॉफ ने डेब्यू किया और इस फिल्म ने अपने वक्त में इतिहास लिख दिया बॉक्स ऑफिस पर/ उस वक्त उसने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे बॉक्स ऑफिस पर/ इस फिल्म के गाने आज भी सबको याद है खासतौर से इस फिल्म की बांसुरी /
फिल्म हीरो कैसे ऑफर हुई Meenakshi sheshadri को
सुभाष घई जब अपनी फिल्म हीरो बना रहे थे तब उन्हें ऐसी हीरोइन की तलाश थी जो की फ्रेश चेहरा हो और उसे अच्छा डांस आता हो/ ऐसे में उन्हें एक दिन मनोज कुमार ने अपनी फिल्म पेंटर बाबू के कुछ रैशेज दिखाने के लिए बुलाया/ सुभाष घई ने जब मीनाक्षी शेषाद्रि को फिल्म में देखा तो उन्हें लगा कि उनके हीरो के लिए यही हीरोइन फिट है क्योंकि मीनाक्षी शेषाद्रि ट्रेनड डांसर है आर यू सिलसिला शुरू हुआ मीनाक्षी शेषाद्री का सुभाष भाई के साथ फिल्म करने का/
Casting couch ने पीछा नहीं छोड़ा meenakshi sheshadri का
काफी बड़ा नाम हो चुका था फिल्म इंडस्ट्री में मीनाक्षी शेषाद्री का लेकिन कास्टिंग काउच वह ला इलाज बीमारी है फिल्म इंडस्ट्री की जो किसी को नहीं छोड़ती है और कुछ ऐसा ही हुआ मीनाक्षी शेषाद्री के साथ भी /कई बड़ी हिट फिल्म करने के बाद भी मीनाक्षी शेषाद्री को कास्टिंग काउच का सामना करना पड़ा और जिस प्रोड्यूसर ने उन्हें फिल्म ऑफर की थी/ इसके बदले उसे मीनाक्षी शेषाद्रि से फिजिकल फेवर चाहिए था/
मीनाक्षी शेषाद्री हैरान रह गई जब उन्हें इस तरह का कास्टिंग काउच का ऑफर आया जिसमें उन्हें फिल्म तो ऑफर हो रही थी लेकिन उसके बदले उन्हें फिजिकल फेवर भी देना था/
जिस प्रोड्यूसर ने मीनाक्षी शेषाद्री के सामने यह शर्त रखी थी वह मीनाक्षी शेषाद्रि से उम्र में काफी बड़ा था/ मीनाक्षी ने शायद पहले कभी यह सोच भी नहीं था कि वह इस तरह की कोई पेशकश भी रखेगा क्योंकि मीनाक्षी उसकी बड़ी इज्जत करती थी क्योंकि वह उम्र में उनसे काफी बड़ा था लेकिन सारी इज्जत उस प्रोड्यूसर की मीनाक्षी शेषाद्री की नजर में एक झटके में उतर गई/
फिल्म कितनी भी बड़ी थी लेकिन मीनाक्षी शेषाद्रि ने उस फिल्म को करने से इनकार कर दिया यह कहते हुए की वह इस तरह की कोई भी पेशकश को डील नहीं करेंगी फिर चाहे फिल्म कितनी भी बड़ी क्यों ना हो और मीनाक्षी ने ऐसा ही किया उन्होंने वह फिल्म तो छोड़ दी लेकिन कोई भी कंप्रोमाइज नहीं किया/
कास्टिंग काउच के बारे में किसी से भी बात करें फिर चाहे वह एक्टर हो या एक्ट्रेस हर किसी का कोई ना कोई एक्सपीरियंस जरूर रहा है /चाहे वह डायरेक्टर के साथ हो प्रोड्यूसर के साथ हो एक्टर के साथ हो या फिर कास्टिंग डायरेक्टर के साथ हो /इस चमकती हुई दुनिया का यह काला चेहरा है जिसको वही शख्स देख सकता है जो इसमें उतरता है/ ऊपर से चमकने वाली बॉलीवुड की दुनिया अंदर से कास्टिंग काउच जैसे कीचड़ से भरी हुई है/