मोहम्मद जुबेर की बेल रिजेक्ट 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया
मोहम्मद जुबेर की बेल रिजेक्ट 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया जुबेर की जमानत याचिका को लेकर कोर्ट में दोनों पक्षों की तरफ से जमकर दलील पेश की गई दिल्ली पुलिस की तरफ से कहां गया हमने मोबाइल फोन जब्त किया है, हार्ड डिस्क बरामद किया है।पुलिस ने कहा की हम जुबैर के खिलाफ नई सेक्शन जोड़ा है, सेक्शन 201, और 120 बी साथ 35 एफसीआरए, जिसमे विदेशो से पैसे मिले है और कुछ सबूत इसने मिटाये है।
दिल्ली पुलिस की तरफ से कहां गया जुबेर दिल्ली पुलिस के दफ्तर अपना फोन लेकर आया था। जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि वह उस दिन से पहले एक और सिम इस्तेमाल कर रहा था। नोटिस मिलने पर उसने उसे निकाल कर नए मोबाइल में डाल दिया|
जुबेर के advocate ने कहां दिल्ली पुलिस ने मोबाइल और हार्ड डिस्क जप्त कर लिया है लेकिन अभी दिल्ली पुलिस को इस मामले में कोई ठोस सुबूत नहीं मिले हैं केवल दिल्ली पुलिस इस मामले को लंबा खींचना चाहती है|
वकील वृंदा ग्रोवर ने कहा कि मोबाइल फोन या सिम कार्ड बदलना अपराध है क्या ? क्या मेरे फोन को रिफॉर्मेट करना अपराध है? या फिर चालाक होना गुनाह है। इनमें से कोई भी दंड संहिता के तहत अपराध नहीं है।
दिल्ली पुलिस ने कहा अभी इस मामले में जांच चल रही है दिल्ली पुलिस के द्वारा इसमें 35 एफसीआरए की धारा भी जोड़ी गई है| यदि आप विदेश के किसी व्यक्ति से कुछ दान आदि स्वीकार करते हैं तो यह एक उल्लंघन है। सीडीआर विश्लेषण के अनुसार, इसने पाकिस्तान, सीरिया आदि से रेजर गेटवे के माध्यम से फंड स्वीकार किया है इन सभी चीजों की आगे की जांच की आवश्यकता है।
जुबेर की तरफ से पेश वकील वृंदा ग्रोवर ने कहा कि दिल्ली पुलिस कि यह सारी कहानी मनगढ़ंत है यह पूरी कहानी साल 2018 की है और वह भी एक पुराने ट्वीट का मामला है और दिल्ली पुलिस इस मामले को लेकर कहीं और जा रही है|
जुबेर की जमानत याचिका को लेकर पुलिस की तरफ से तर्क रखा गया की डोनेशन जोगी पाकिस्तान सैयां अरब कंट्री से आए हैं उसके बारे में पूछताछ करनी है इसके अलावा पुलिस ने कहा कि यह पढ़े लिखे जाने से जर्नलिस्ट है और क्या वल्गर फिल्में अपलोड कर देंगे|
इस पर जुबेर के वकील ग्रोवर ने कहा कि आप फिल्म का वीडियो चला कर देख ले दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा कि हमने वालों का वीडियो डाला था या नहीं|