नवाजुद्दीन सिद्दीकी को कमल हसन ने रोने पर मजबूर किया सबके सामने.
नवाजुद्दीन सिद्दीकी को कमल हसन ने सबके सामने रोने पर मजबूर किया.. नवाज़ुद्दीन मेहनत करते रहे लेकिन कमल हासन ने एक ना सुनी उनकी..
फिल्म ”हे राम” जो कमल हसन ने बनाई थी और अपने वक्त में काफी पसंदगी भी की गई थी.. उस फिल्म में कमल हसन ने नवाजुद्दीन सिद्दीकी को भी एक छोटा सा रोल अदा करने के लिए दिया था, जिसे नवाज़ुद्दीन सिद्धकी ने पूरी लगन के साथ किया था.. उस वक्त नवाजुद्दीन स्ट्रगल कर रहे थे और छोटे-छोटे रोल से अपना गुजारा कर रहे थे.
कमल हसन की फिल्म ‘‘हे राम’‘काफी बड़ी थी और उसमें मौका मिलने पर नवाज काफी खुश थे.. जब फिल्म का प्रीमियर मुंबई की फिल्म सिटी में रखा गया तो वहां पर नवाज भी पहुंचे अपने दोस्तों के साथ फिल्म को देखने के लिए और अपने दोस्तों को अपना काम दिखाने के लिए ..
फिल्म के प्रीमियर पर पहुंचने पर कमल हासन ने नवाजुद्दीन सिद्दीकी को अपने पास बुलाया और कहा की इस फिल्म में तुम्हारा रोल कट चुका है.. मतलब तुम्हारी एक झलक भी इस फिल्म में नजर नहीं आएगी.. यह सुनकर नवाजुद्दीन काफी हताश हो गए और आंखों से आंसू जारी हो गए.. उन्होंने कमल हसन से कहा कि उनके दोस्त आए हैं प्रीमियर पर उनको देखने के लिए, क्या ऐसा हो सकता है कि सिर्फ प्रीमियर पर उनका कटा हुआ रोल दिखा दिया जाए ,जिससे वह शर्मिंदगी से बच सके अपने दोस्तों के सामने लेकिन वह मुमकिन नहीं था. यह नवाज भी जानते थे और इस तरह से कमल हासन ने नवाज को रोने पर मजबूर कर दिया.
नवाजुद्दीन ने छोटे-छोटे रोल्स से गुजारा किया.
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने छोटे-छोटे रोल से गुजारा किया, बहुत सारी फिल्मों में नवाज की झलक देखने मिलती है.. नवाज बताते हैं कि मुंबई में जमे रहने के लिए उन्हें छोटे-छोटे रोल्स से भी गुजारा करना पड़ता था.. जबकि नवाजुद्दीन सिद्दीकी के माता-पिता चाहते थे कि वह गांव में रहकर ही कुछ करें.. नवाजुद्दीन के पिता चाहते थे कि नवाजुद्दीन सिद्दीकी अखाड़े में कुश्ती करें और अपना कैरियर कुश्ती में बनाएं, अक्सर अखाड़े में नवाजुद्दीन सिद्दीकी जाया करते थे और कुश्ती भी लड़ा करते थे.. कंपटीशन में भी भाग लेते थे और अक्सर जीत भी जाया करते थे क्योंकि नवाज बताते हैं कि उनको कुश्ती का दाव बहुत अच्छा लगाना आता है.. जिससे वह अपने से मजबूत कठ काठी वाले पहलवानों को चित कर दिया करते थे..