‘नहीं रहे हमारे बीच श्रावण राठौर कोरोना के चलते उन्हें HOSPITALISE किया गया था.; श्रवण राठौर कोरोना से जूझ रहे थे श्रवण राठौर ; मुंबई के अस्पता में ली आखिरी सांस.
कई दिन हॉस्पिटल में रहने के बाद भी श्रवण राठौर ठीक ना हो सके और कोरोना ने उनकी जान ले ली
श्रावण राठौर काफी समय से बीमार चल रहे थे ,” कोरोना के चलते उन्हें HOSPITALISE किया गया था.;
नदीम श्रवण की जोड़ी के नाम से मशहूर थे SHRAVAN RATHORE, 90 के दशक में एक से बढ़कर एक सुपरहिट म्यूजिक दिया बॉलीवुड को,फिल्म आशिकी नदीम श्रवण की जिंदगी में मील का पत्थर साबित हुई, आशिकी के गाने सुपर डुपर हिट हुए और आज भी उतने ही मशहूर हैं,
श्रवण ने तकरीबन 20 साल तक STRUGGLE किया अपने शुरुआती दौर में
कई बार श्रवण को लगा कि शायद उनके म्यूजिक में दम नहीं है ,लोग उनको बुलाते ,उनका म्यूजिक सुनते और पसंद भी करते , लेकिन उन्हें ब्रेक नहीं देते, कई बार श्रवण को लगता कि उनके म्यूजिक में दम नहीं है, कई बार वह हताश होते ,लेकिन बार फिर नई उम्मीद के साथ खड़े हो जाते, नदीम श्रवण दोनों एक साथ ही STRUGGLE कर रहे थे लेकिन जब वक्त लंबा हो गया तो नदीम ने कपड़ों का काम शुरू कर दिया और श्रवण से कहा कि आप म्यूजिक में ट्राई करते रहिए जिस दिन किस्मत खुली दोनों एक साथ चमकेंगे..
ताहिर हुसैन साहब ने क्या कहकर रिजेक्ट किया था श्रवण और नदीम के म्यूजिक को..
”जब नदीम श्रवण को कहीं ब्रेक नहीं मिल रहा था, वह लगातार ट्राई कर रहे थे और ज्यादातर जाकर ताहिर हुसैन साहब के पास बैठ जाते थे, ताहिर हुसैन साहब को नदीम श्रवण ने बताया कि हमने कुछ नया म्यूजिक तैयार किया है, और उन्होंने उनको अपना म्यूजिक सुनाया,; म्यूजिक सुनाते सुनाते काफी वक्त गुजर गया, ऐसा लगा नदीम श्रवण को कि शायद आज ताहिर साहब जो है उन्हें साइन कर लेंगे; ताहिर हुसैन साहब ने नदीम श्रवण को खाना भी ऑफर किया सब ने मिलकर खाना भी खाया, अब तो नदीम श्रवण को पूरा यकीन हो चला था कि उनको यहां से ब्रेक मिल जाएगा,
श्रवण राठौर बता रहे थे कि उन दिनों ”RAMZAN” चल रहे थे और लगातार कई दिन तक इंतजार करते रहे,और आखिर उन्होंने ”ईद” के दिन ताहिर हुसैन साहब को फोन किया ;और मुबारकबाद दी , और यह जानने की कोशिश की कि क्या उनका म्यूजिक पसंद आ गया था उन्हें, क्या ब्रेक मिल रहा है उन्हें लेकिन ईद वाले दिन ही ताहिर हुसैन साहब ने नदीम श्रवण का दिल जो है तोड़ दिया हुसैन साहब ने कहा कि आप के म्यूजिक में अभी वह मैच्योरिटी नहीं है जो ”अनु मलिक” के म्यूजिक में है यह सुनते ही नदीम श्रवण का दिल पूरी तरह चूर चूर हो गया राठौर बताते थे कि उन्होंने फोन रखा उधर से नदीम की एंट्री हुई श्रवण साहब ने पूरा वाक्य नदीम को बताया और दोनों ही अपना सर पकड़ कर बैठ गए, गमगीन हो गए..