नहीं रही तबस्सुम सूख गए फूल उस के बाग के जिसे वह कभी पूरे जोश से कहती थी फूल खिले हैं गुलशन गुलशन
नहीं रही तबस्सुम सूख गए फूल उस के बाग के जिसे वह कभी पूरे जोश से कहती थी फूल खिले हैं गुलशन गुलशन 78 साल की उम्र में तबस्सुम ने मुंबई के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली| बताया जा रहा है कि उन्हें हार्ट अटैक आया था जिसकी वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन हार्ट अटैक बहुत massive था जिसकी वजह से उनकी हालत संभल ना सकी और अस्पताल में ही आखिरी सांस ली|
तबस्सुम काफी समय से बीमार चल रही थी कोविड के दौरान उन्हें कोविड भी हुआ था जिसकी वजह से उनकी तबीयत काफी खराब हो गई थी उनकी एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें उनके चेहरे से ही बीमारी झलक रही थी|उस तस्वीर को देखने के बाद हर कोई दंग रह गया था कि कैसे गुलाब की तरह हमेशा खिलता हुआ चेहरा इतना मुरझा कैसे गया लेकिन बीमारी की वजह से उनके चेहरे का नूर चला गया था|
तबस्सुम के निधन की खबर काफी देर में सबको पता चली उनका निधन 17 नवंबर को हुआ खबर सबको 18 नवंबर को लगी जबकि वह बॉलीवुड जगत की बड़ी हस्तियों में से गिनी जाती थी बावजूद इसके उनके निधन की खबर किसी को नहीं हुई |
टीवी जगत की पहली सेलिब्रिटी host थी
आज जहां टीवी जगत में सेलिब्रिटी shows की भरमार है तो वही इस तरह के show को शुरू करने का श्रेय तबस्सुम को जाता है क्योंकि उन्होंने ही सबसे पहला सेलिब्रिटी चाट शो शुरू किया था दूरदर्शन पर |उस वक्त सिर्फ दूरदर्शन ही हुआ करता था और ऐसे में तबस्सुम ने उस वक्त के बड़े-बड़े कलाकारों को अपने show पर बुलाकर उनके दिल की बातें दर्शकों तक पहुंचाई थी और उनके शो का नाम था फूल खिले हैं गुलशन गुलशन बहुत ही पूर् जोश तरीके से अपने शो का नाम लेती थी फूल खिले हैं गुलशन गुलशन तबस्सुम|
फूल खिले हैं गुलशन गुलशन अपने वक्त का नंबर वन शो था जिसके लिए पूरे हिंदुस्तान की जनता पूरा हफ्ता इंतजार करती थी और इस बात में खोई रहती थी कि अगले हफ्ते तबस्सुम न जाने किस बड़ी हस्ती से उनके दिल की बातें हैं हम तक पहुंचएंगी|
तबस्सुम का शो फूल खिले हैं गुलशन गुलशन अपने नाम से इतना हिट हो चुका था कि इसकी ख्याति को देखते हुए अनिल कपूर के पिता सुरेंद्र कपूर ने भी फिल्म प्रोड्यूस की थी जिसका नाम उन्होंने रखा था फूल खिले हैं गुलशन गुलशन|
चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर अपना कैरियर शुरू किया था
चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत की थी तबस्सुम ने| बाद में उन्होंने हीरोइन बनकर फिल्मों में भी काम किया लेकिन बतौर हीरोइन उन्हें बहुत ज्यादा सफलता नहीं मिली उनकी ख्याति जितनी चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में थी उतनी ख्याति उन्हें हीरोइन के तौर पर नहीं मिली और उन्होंने अपनी अमिर्ट छाप अपने शो के जरिए छोड़ी जो कि आज भी लोग याद रखते हैं की तबस्सुम ही थी जिन्होंने सबसे पहले सितारों को लेकर chat show शुरू किया था|
अपने बेटे Hoshang को भी उन्होंने फिल्मों में लाने की कोशिश की उसके लिए film produce की जिसका नाम था तुम पर हम कुर्बान उस वक्त उन्होंने अपने घर पर बांद्रा में मीडिया को बुलाया था और अपनी पोती खुशी से भी मिलाया था|खुशी भी बाद में फिल्मों में हीरोइन के तौर पर नजर आई लेकिन उनका कैरियर भी बहुत ज्यादा सक्सेस नहीं देख पाया|
सबको अपनी हंसी से मुतासिर करती थी तबस्सुम उनके खुश रहने का राज यह भी था कि वह अपने मिलने जुलने वालों से एक एग्रीमेंट करती थी जिसमें यह तय पाया जाता था कि जब भी वह एक दूसरे से मिलेंगे तो एक दूसरे को जोक सुनाएंगे और शर्त यह थी कि वह जोक रिपीट नहीं होना चाहिए इसके जरिए उनके पास जोक्स का बड़ा खजाना तैयार रहता था हमेशा |
21 नवंबर यानी कि सोमवार को तबस्सुम गोविल की prayer meet रखी गई है आर्य समाज सैंटाक्रूज में जिसका वक्त है 4:30 से 5:30|