Saharasri के लिए तोता चश्म निकली फिल्म इंडस्ट्री सहाराश्री को शोक संदेश भी ना दे सकी
Saharasri के लिए तोता चश्म निकली फिल्म इंडस्ट्री सहाराश्री को शोक संदेश भी ना दे सकी सहारा इंडिया परिवार के मुख्य अभिभावक सुब्रत राय सहारा जिन्हें पूरी दुनिया सहाराश्री के नाम से पुकारती थी/ खास तौर से फिल्म इंडस्ट्री जिसका प्यार देखते ही बनता था शास्त्री की तरफ क्योंकि सहाराश्री से उन्हें बहुत फायदा पहुंचता था/
लेकिन तोता चश्म निकली फिल्म इंडस्ट्री तोता चश्म उनको कहते हैं जो मतलब निकालने पर पहचानते नहीं जैसे कि तोते की फितरत होती है कि जब वह अपना काम कर लेता है यानी कि वह ठीक से खा पी लेता है तो फिर अपने मालिक को भी नहीं पहचानता इसलिए उसको कहते हैं तोता चश्म/
ठीक उसी की तरह फिल्म इंडस्ट्री ने रिएक्ट किया सहाराश्री के निधन के बाद /पूरी इंडस्ट्री खामोश रही किसी की जबान से सहाराश्री के लिए कोई शोक संदेश देखने नहीं मिला सोशल मीडिया पर/
कुछ चंद नाम ऐसे हैं जिन्होंने अपना फर्ज निभाया और saharasri के निधन पर उन्हेंने अपना दुख व्यक्त किया लेकिन ज्यादातर लोग फिल्म इंडस्ट्री के ऐसे निकले जिन्होंने कोई रिस्पांस नहीं किया /
14 नवंबर की रात में saharasri का निधन हुआ मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में
और 15 नवंबर को उनके स्थान लखनऊ के सहारा शहर में उनको ले जाया गया जहां पर उनके आखिरी दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को रखा गया था/
इस बीच बहुत सारे पॉलीटिशियंस उनके घर पर उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे थे /बहुत सारे पॉलीटिशियंस ने अपना शोक संदेश भी दिया था सुब्रत राय सहाराश्री के निधन पर लेकिन फिल्म इंडस्ट्री जो सहारा श्हर में कोई भी फंक्शन होता था या मुंबई के सहारा स्टार में कोई फंक्शन होता था और saharasri के बुलाने पर पहुंच जाया करते थे क्योंकि उन्हें पता था कि सहाराश्री कभी भी खाली हाथ नहीं भेजते हैं अपने गेस्ट को /
इसलिए बढ़-चढ़कर हर कोई पहुंच जाया करता था saharasri के बुलावे पर लेकिन वही saharasri है जब नहीं रहे तो उनके लिए एक शोक संदेश भी नहीं निकल रहा था बॉलीवुड की जबान से इतनी तोता चश्मा इंडस्ट्री है जो देखने मिला सुब्रतो राय सहाराश्री के निधन पर/
फिल्म इंडस्ट्री के तमाम लोगों को मैसेज किया गया था
कि वह अपना शोक संदेश भेजें सहारा श्री के लिए लेकिन चंद नाम को छोड़कर किसी ने रिस्पांस करना भी गवारा नहीं किया/ जो चंद लोग थे जिन्होंने अपना दुख व्यक्त किया सहाराश्री के लिए उनमें फिल्म मेकर मधुर भंडारकर, तुषार कपूर, रवि किशन, साहिलचड्ढा और राजा मुराद जैसे नाम शामिल थे/
इन्होंने saharasri के निधन पर अपने शोक संदेश चैनल को भिजवाए और अपना दुख व्यक्त किया अपने संदेश के जरिए /ऐसे में बहुत सारे नाम थे जिनको मैसेज भेजा गया था कि वह भी अपना दुख व्यक्त करें saharasri के लिए जिससे दुनिया को पता चल सके की इस दुखद घड़ी में सहारा परिवार के साथ बहुत से लोग शामिल हैं/
खासतौर से फिल्म इंडस्ट्री के वह लोग जिनके साथ saharasri ने बहुत कुछ किया है /जिनके मुंह खोलने पर वह उनकी मुराद पूरी कर दिया करते थे/ कभी भी saharasri के दरबार से कोई मायूस होकर नहीं लौटा था/ film इंडस्ट्री का चाहे वह छोटे से छोटा या बड़े से बड़ा शख्स हो लेकिन उनके निधन पर यह बात समझ आई की फिल्म इंडस्ट्री एक वाहिद ऐसी इंडस्ट्री है जो सिर्फ उगते सूरज को ही सलाम करती है/