160 साल पुराने स्केलेटन (skeletons) का राज खुला जिसके ऊपर तकरीबन 8 साल से रिसर्च चल रही थी.
160 साल पुराने स्केलेटन (skeletons) का राज खुला जिसके ऊपर तकरीबन 8 साल से रिसर्च चल रही थी. कि आखिर कहां से और किसके हैं यह स्केलेटन.
अक्सर देखा गया है कि किसी खुदाई में पुराने से पुराने स्केलेटन मिलते हैं लेकिन हड़कंप तब मचता है जब किसी एक जगह से बहुत सारी तादाद में स्केलेटन मिले.
अगर कभी ऐसा होता है तो लोग अंदाजा लगाने लगते हैं कि जरूर नरसंहार रहा होगा, तभी एक जगह पर इतने स्केलेटन मिले.
कहां से मिले पुराने स्केलेटनस
सन 2014 में पंजाब के अजनाला टाउन से बड़ी तादाद में इंसानी ढांचे मिले थे और यह इंसानी ढांचे एक पुराने कुएं की खुदाई में मिले थे.
पंजाब के अजनाला टाउन में एक पुराना सुखा कुआं मिला था, जिसमें इंसानी खोपड़ीया और हड्डियां निकली थी.. वह भी बहुत बड़ी गिनती में, जिसके बाद बहुत सारे अंदाजे लगाए गए उन ढांचो को देखकर.
कुछ हिस्टोरियंस ने माना यह इंसानी ढांचे उन लोगों के हैं जो हिंदुस्तान-पाकिस्तान के पार्टीशन के टाइम पर हुए दंगों में मारे गए थे.. कुछ ने इन्हें किसी और नरसंहार से जोड़ा लेकिन अब जाकर राज खुला है आखिर कहां से आए इतने स्केलेटन.
हैदराबाद बेस्ड रिसर्च सेंटर सेल्यूलर एंड मॉलेक्युलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) और दूसरे रिसर्च इंस्टीट्यूट ने काफी वक्त से इन इंसानी ढांचौ पर रिसर्च की और इस नतीजे पर पहुंचे की 1857 में फ्रीडम फाइटिंग के दौरान इंडियन सोल्जर्स जो कि 26 नेटिव बंगाल इन्फेंट्री बटालियन के थे जिन्हें ब्रिटिश आर्मी ने मार दिया था मुकाबला करते हुए यह स्केलेटन उन्हीं के हैं.
लेकिन अभी भी यह पता नहीं चल सका है कि यह इंडियन सोल्जर कहां के थे, किस जगह को बिलॉन्ग करते थे क्योंकि साइंटिफिक एविडेंस की कमी की वजह से किसी ठोस नतीजे पर रिसर्च सेंटर नहीं पहुंच सके हैं.