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उसकी झोपड़ी में बहुत खुशियां थी

उसकी झोपड़ी में बहुत खुशियां थी वैसे ही खुशियों को मैं तरसता हूं

उसकी झोपड़ी में बहुत खुशियां थी वैसे ही खुशियों को मैं तरसता हूं|मुझे अपने घर में कभी भी वैसे ही खुशियां नहीं दिखी जैसे कि उस छोटी सी झोपड़ी में थी|

खिलाड़ी कुमार akshay kumar ने अपना एक ऐसा एक्सपीरियंस शेयर किया जिसको सुनने के बाद किसी का भी दिल सुकून में आ जाए |अक्षय कुमार बताते हैं कि वह एक फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में एक गांव पहुंचे और वह गांव बहुत इंटीरियर में था| वहां पर वह एक घर गए जहां पर देखने में आराम की ऐसी कोई चीज नहीं थी जैसे कि शहरों में लोगों को जीने की आदत है आराम की चीजों के साथ|

अक्षय बताते हैं कि उस छोटे से झोपड़े में जब उन्होंने एंट्री ली तो न जाने कहां से खुशियां उनके अंदर समाने लगी उन्होंने देखा कि झोपड़े छोटा सा है वहां पर रहने वाले लोग बहुत अमीर नहीं है बल्कि उनको गरीब ही कहा जाएगा लेकिन उनके परिवार में उस झोपड़े के अंदर इस कदर खुशियां बरस रही थी इसका कोई जवाब नहीं| वह खुशियां अक्षय महसूस कर सकते थे| न जाने कहां से छोटे से झोपड़े में सुकून खुशियों का जमावड़ा था| हर कोने से पॉजिटिव वाइब्स आ रहे थे |बहुत कुछ ना होते हुए भी सब कुछ था और उस झोपड़े में

ऊपर वाले का दिया सब कुछ है लेकिन उतनी खुशियां नहीं है घर में

अक्षय कुमार बताते हैं कि ऊपर वाले ने उन्हें बहुत कुछ दिया है |बहुत अच्छा घर बहुत सारे आराम की चीजें मौजूद हैं लेकिन अक्षय खुद इस बात को मानते हैं कि जो खुशियां उस झोपड़ी में बरस रही थी उतनी खुशियां तो उनके अपने घर में भी नहीं है| सब कुछ होने के बावजूद वह खुशियां उनके घर में भी मौजूद नहीं है जो छोटी सी झोपड़ी में थी| यह बड़ा कबूल नामा है किसी भी शख्स के लिए कि वह इतना अमीर और इतनी शोहरत पा चुका है उसके बावजूद वह खुले दिल से कह रहा हो कि जो खुशियां उसे झोपड़ी में नजर आए उसके महल जैसे घर में भी नहीं थी हैं |यह स्टेटमेंट अक्षय की साफ दि ही बताता है|

इंडस्ट्री में कई बार ऐसा हुआ है कि अक्षय कुमार हाईएस्ट टैक्स पैड एक्टर बने हैं| यानी कि अक्षय ने कई बार फिल्म इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा टैक्स paid किया है| इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह कितना रुपया कमाते हैं साल का और हर कोई यही सोचता होगा कि अक्षय कुमार के पास इतनी शोहरत है इतना रुपया है इतनी इज्जत है तो घर में उनके सिर्फ खुशियां होंगी लेकिन अक्षय की जुबानी अगर जाने तो सुकून और खुशियां तो झोपड़ी में भी बहुत होती हैं बस इंसान अंदर से खुश रहे|