Rabindranath tagore का असली नाम क्या था क्या आपको मालूम है
Rabindranath tagore का असली नाम क्या था क्या आपको मालूम है ज्यादातर लोग यही सुनते पढ़ते आए हैं कि Rabindranath tagore का नाम Rabindranath tagore ही था लेकिन जो सुना और जो पढ़ा वह सच नहीं था बल्कि सच तो कुछ और है रविंद्र नाथ टैगोर का नाम रविंद्र नाथ टैगोर नहीं बल्कि कुछ और है यह सब प्रनंसीएशन का खेल है जो बिगड़ता चला गया /नाम कुछ था कुछ और बना दिया गया/ इसमें बहुत बड़ा हाथ अंग्रेजों का भी है जिन्होंने पूरा नाम ही बिगाड़ दिया/
रविंद्र नाथ टैगोर का असली नाम Rabindranath thakur था सुनने में आपको अजीब सा लग रहा होगा कि ऐसा कैसे हो सकता है ठाकुर से टैगोर कैसे बन गए जबकि हकीकत यही है के रविंद्र नाथ टैगोर का असली नाम रविंद्र नाथ ठाकुर है और वह कोलकाता के ठाकुरबाड़ी के रहने वाले थे और उसी जगह के नाम पर उनका नाम भी Rabindranath thakur था जोकि गलत प्रोनाउंस करते करते ठाकुर से टैगोर हो गया और टैगोर के नाम की हिस्ट्री हो गई /
यह जानकारी अमिताभ बच्चन ने साझा की
एक बहुत ही शानदार कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन को स्पीच देने के लिए बुलाया गया और यह कार्यक्रम अंग्रेजों से भरा हुआ था/यह भी कह सकते हैं जिन्होंने अच्छे खासे शब्दों का कुछ और बना दिया उन लोगों से भरा हुआ था और अमिताभ बच्चन ने स्पीच देते हुए उन सभी लोगों को भिगो भिगो कर अपने शब्दों से मारा जो लोग अच्छे खासे शब्दों के साथ खेलते आए हैं उन्होंने ही सबसे पहले बताया कि रविंद्र नाथ टैगोर का असली नाम रविंद्र नाथ ठाकुर था जिसको अंग्रेजी ने ठाकुर से टैगोर कर दिया/
ठीक उसी तरह जिस तरह से अंग्रेजों ने अंग्रेजी बोलने वालों ने कर्म को कर्मा कर दिया धर्म को धर्मा कर दिया /ठीक उसी तरह से रवींद्रनाथ ठाकुर को रविंद्र नाथ टैगोर कर दिया/
इस तरह के तमाम उदाहरण सामने आते हैं /एक उदाहरण आपको और देते हैं कि कैसे सिर्फ अंग्रेजी ने हिंदी को नहीं बिगाड़ा बल्कि हिंदी ने भी अपना पूरा बदला दिया और इसका एक उदाहरण है लखनऊ में बहुत मशहूर जगह है कल्लन की लाट, अगर आप किसी रिक्शेवाले से बात करें कि कल्लन की लाट जाना है तो आपको उस मोहल्ले में ले जाएगा /जबकि असलियत में कल्लन की लाट कुछ नहीं है बल्कि उस मोहल्ले का नाम था कर्नल दि लॉर्ड इस तरह से तमाम उदाहरण सामने आते हैं जहां पर गलत Pronunciation से पूरा अर्थ ही बदल दिया लोगों ने/