सुशांत सिंह राजपूत जब रोते नजर आए ख्वाब में
सुशांत सिंह राजपूत जब रोते नजर आए ख्वाब में दिल मचल उठा ख्वाब देखने वाले का| क्या मतलब था उस ख्वाब का अभी तक समझ नहीं आया|
पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था सुशांत सिंह राजपूत ने सुसाइड करके| हर कोई दंग रह गया था इस खबर को सुनकर किसी को यकीन नहीं आ रहा था कि सुशांत सिंह राजपूत ने सुसाइड कर ली है|
सब कुछ होने के बावजूद सुशांत ने सुसाइड कर ली थी और सभी जानते हैं कि उनके जाने के बाद कितनी ही कहानियां बनी सुशांत की सुसाइड पर किसी ने कहा मर्डर है |किसी ने कहा सुसाइड है लेकिन सच्चाई तो यही है कि सुशांत ने बहुत कम उम्र में दुनिया छोड़ दी और अपने पीछे बहुत सारे सवाल छोड़ दिए जो कभी सुलझ जी नहीं सकते|
मरने के बाद लोग ख्वाब में क्यों आते हैं और उसके पीछे क्या संदेश छुपा होता है
अक्सर हम ख्वाब में उन लोगों को देखते हैं जो दुनिया छोड़ कर जा चुके होते हैं कभी उन्हें हम हंसते हुए देखते हैं कभी रोते हुए देखते हैं| हर ख्वाब के पीछे एक कहानी होती है और इसकी सही ताबीर वही देख सकता है जिसको बहुत ज्ञान होता है |
आज हम आपको सुशांत सिंह राजपूत से रिलेटेड एक ख्वाब बताते हैं जिसे देखा था एक रिपोर्टर ने जिसकी सुशांत सिंह राजपूत से सिर्फ दो ही बार मुलाकात हुई थी लेकिन वह दोनों ही मुलाकाते पर्सनल थी जिसकी वजह से दोनों एक दूसरे को अच्छी तरह जान पहचान गए थे और उस रिपोर्टर ने अपने ख्वाब में सुशांत सिंह राजपूत को रोते हुए देखा था|
रिपोर्टर ने बताया की सुशांत के निधन के तकरीबन 4 दिन के बाद सुशांत सिंह राजपूत उसे ख्वाब में आए
ख्वाब में रिपोर्टर को नजर आया की एकमहफिल है जहां पर बहुत सारे लोग इकट्ठा है| स्टेज पर सुशांत सिंह राजपूत मौजूद है हमेशा की तरह अच्छे दिखने वाले सुशांत ख्वाब में भी काफी अच्छे नजर आ रहे थे उन्होंने गुलाबी रंग का कुर्ता सफेद चूड़ीदार पजामा और पैरों में लेदर की चप्पल पहन रखी थी|
महफिल सुशांत की तरफ पूरी तवज्जो के साथ देख रही थी और उनको सुन रही थी| सुशांत सिंह राजपूत स्टेज पर खड़े होकर एक कविता पढ़ रहे थे और वह कविता काफी इमोशनल थी जिसको पढ़ने के बाद खुद सुशांत भी काफी इमोशनलमोशन हो गए थे और उनकी आंखों से आंसू जारी हो गए थे| जो कि उनके गालों पर टपक रहे थे और उनकी इस कविता को सुनकर वहां मौजूद लोग भी काफी इमोशनल हो गए थे|
कविता को खत्म करने के बाद सुशांत सिंह राजपूत स्टेज से नीचे उतर कर वहां मौजूद लोगों से मिल रहे थे और तभी उनकी नजर उस रिपोर्टर पर भी पड़ी जिसको देखकर सुशांत ने आंखों आंखों में पूछा अच्छा आप भी या मौजूद है|
सुशांत सिंह राजपूत के जाने के बाद अचानक से यह ख्वाब उस रिपोर्टर को आया जो कि काफी टचिंग था क्योंकि बिल्कुल ताजा मामला था सुशांत के जाने का और इस तरह का ख्वाब आना कोई तो मकसद रहा होगा लेकिन कहते हैं कि ख्वाबों की ताबीर हर कोई नहीं दे सकता सिर्फ वही बता सकता है ख्वाबों के मायने जिसको काफी गहरी नॉलेज हो ख्वाबों की ताबीर के बारे में|
अगर आपको भी ख्वाबों के बारे में नॉलेज है तो कमेंट बॉक्स में जरूर इस ख्वाब के बारे में लिखिए गा|